आम तो आम गुठलियों के भी दाम, जानिये इसके फायदे
आम में मौजूद पोषक तत्वों का लाभ दूध की मौजूदगी में अधिक मिलता है। जैसे आम के विटामिन A के अवशोषण के लिए फैट जरुरी होता है जो दूध में होता है।
दिमागी ताकत
एक कप पके आम के रस में एक कप दूध ,एक चम्मच अदरक का रस और स्वाद के अनुसार मिश्री मिलाकर पीने से रोजाना कुछ दिन लेने से दिमाग को बहुत शक्ति मिलती है। इससे खून साफ होता है। आंख के आगे अंधेरा आना ठीक होता है। पुराना सिरदर्द ठीक हो जाता है। स्मरण शक्ति बढ़ती है।
पाचन तंत्र
पाचन तंत्र के लिए आम लाभदायक होता है। रेशेदार आम सुपाच्य , गुणकारी और कब्ज को दूर करने वाला होता है। आम में रेचक और पोषक दोनों गुण होते है। आम लीवर को शक्तिशाली बनाता है। खून की कमी को दूर करता है। आम के रस में सौंठ का पावडर मिलाकर पीने से पाचन शक्ति सुधरती है।
लू लगने पर उपाय
तेज गर्मी से लू लग जाती है। जी घबराने लगता है। मुँह सूख जाता है। प्यास बहुत अधिक लगती है। इसमें हाथ पैरों से पसीना छूटने लगता है। इससे बचने के लिए केरी का पना पीना चाहिए। यदि लू लगी हो तो भी केरी का पना दिन में दो तीन बार पीने से आराम मिलता है।
सौंदर्य
आम नियमित खाने से स्किन का रंग निखरता है। इससे त्वचा स्वस्थ और कोमल हो जाती है। झुर्रिया , दाग धब्बे व झाइयाँ ठीक होते है।
आम की गुठली की गिरी और जामुन की गुठली की गिरी दोनों को समान मात्रा में लेकर पानी के साथ पीस कर लेप बना लें। रात को सोते समय इसे चेहरे पर लगा लें और सुबह धो लें। इससे दाग धब्बे झाइयाँ ठीक हो जाते है।
पेचिश व दस्त
आम की गुठली , बील गिरी और मिश्री समान मात्रा में पीस कर दो चम्मच दिन में तीन बार लेने से दस्त ठीक हो जाते है। आम की गुठली पीस कर छाछ में मिलाकर पीने से दस्त में रक्त आना बंद होता है।
आम के पत्ते सुखाकर पीस लें। इन्हे बारीक छलनी से छान लें। आधा चम्मच गर्म पानी से दिन में तीन बार ले। दस्त में आराम आएगा। आम के कोमल नए पत्ते बारीक पीस कर पानी में घोलकर पीने से खूनी पेचिश में लाभ होता है।
मजबूत दाँत
आम के हरे पत्ते सुखाकर जलाकर पीस लें। आम की गुठली बारीक पीस कर इसमें मिला दें। दोनों को मिलाकर बारीक छलनी से छान लें।
रोजाना इससे मंजन करने से दाँत सफेद और मजबूत होते है। दाँत में दर्द ठीक होता है। रोजाना आम के पत्ते कुछ देर चबा कर थूकने से दाँत हिलना बंद होता है और मसूड़ों से खून आना मिटता है।
बवासीर
आम के 10-12 कोमल नए पत्ते बारीक पीस कर एक गिलास पानी में घोल लें इसमें मिश्री मिलाकर पिएँ। इससे बवासीर में रक्त आना बंद हो जाता है।
नकसीर
आम के बौर ( फल आने से पहले आने वाला फूल ) को पीस कर सूंघने से नकसीर आनी बंद होती है। आम की गुठली की गिरी पीस कर सूंघने से नकसीर बंद हो जाती है।
उल्टी
आम के दो पत्ते और पोदीने के 15-20 पत्ते बारीक पीस कर एक गिलास पानी में मिलाकर छान लें। इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पीने सेउल्टी होनी बंद हो जाती है।
भांग का नशा
आम की गुठली को पीस कर पानी में घोलकर लेने से भांग का नशा उतर जाता है।
कीड़े का दंश
यदि मकड़ी , ततैया , बरसाती कीड़ा , बिच्छू आदि काट ले तो आम की गुठली पानी के साथ घिस कर ये लेप लगाने से जलन और दर्द में आराम मिलता है। आम की अमचूर और लहसुन बराबर मात्रा में लेकर पीस कर लगाने से बिच्छू के काटने पर जहर का असर कम हो जाता है।दर्द में आराम आ जाता है।
शुक्रवर्धक
आम के रस में दूध मिलाकर पीने से वीर्य की दुर्बलता नष्ट होती है। रोजाना दो -तीन आम खाकर ऊपर से एक ग्लास दूध पीने से वीर्य वृध्धि होती है। शुक्राणु पुष्ट होते है। दो महीने तक लगातार शाम के समय एक कप अमरस में एक कप दूध मिलाकर पीने से शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है ।
खून साफ होता है । मर्दाना ताकत में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है। शीघ्र पतन ठीक होता है। पके आम के रस में मिश्री , इलायची, लौंग या अदरक स्वाद के अनुसार मिलाकर पीने से शुक्राणु की संख्या में बढ़ोतरी होती है। पेशाब खुलकर आता है। स्फूर्ति बढ़ जाती है। इससे दुबले पतले लोग भी हष्ट पुष्ट हो जाते है।