नेशनल लॉ स्कूल के कॉन्वोकेशन में 48 में 18 गोल्ड मेडल्स अकेले ले गयी यह लड़की
बंगलुरू के नैशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया (NLSIU)
में 28वां कॉन्वोकेशन सेरेमनी चल रही थी. इस पूरे प्रोग्राम में यहाँ से ग्रेजुएट होने वाले छात्रों को अलग अलग एकेडमिक प्रोग्राम्स के लिए कुल 48 गोल्ड मेडल्स मिलने थे. लेकिन यहां 48 में से 18 गोल्ड मैडल अकेले एक लड़की ने जीत लिए.
रविवार को NLSIU में 28वें कॉन्वोकेशन की वर्चुअल सेरेमनी चल रही थी. इसमें कुल 576 स्टूडेंट्स को ग्रेजुएट की डिग्री दी गयी. इन स्टूडेंट्स में कोच्चि केरल की यमुना मेनन भी शामिल थी. 18 गोल्ड मेडल्स के साथ यमुना इस यूनिवर्सिटी के इतिहास में सर्वाधिक मैडल एक साथ जीतने वाली पहली छात्रा बन गयी हैं. वे यहां से बीए एलएलबी कर रही थीं.
यमुना ने कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट के लिए 2014 में एग्जाम दिए थे लेकिन उन्हें NLSIU में एडमिशन नहीं मिला था. इसके बाद उन्होंने एक साल का ब्रेक लिया और पूरी तैयारी के साथ दुबारा 2015 में एग्जाम दिए और नैशनल लेवल पर 28वां स्थान हासिल कर
NLSIU में एडमिशन लिया.
यमुना को यहां पढ़ाई करने के लिए स्कॉलरशिप भी मिली थी. जो एक नन प्रॉफिटेबल संस्था IDIA के माध्यम से उन्हें मिला था. यह संस्था गरीब और पिछड़े बच्चों को सशक्त बनाने के लिए उन्हें क्वालिटी लॉ एजुकेशन दिलाने में मदद करती है. IDIA की मदद से यमुना कॉरपोरेट लॉ एरिया से जुड़े एक मेंटर के कॉन्टैक्ट में भी आई जिन्होंने उन्हें लीगल फील्ड से जुड़ी ऑपर्च्युनिटीज को समझने में मदद की.
यमुना के परिवार में दूर दूर तक कोई भी इस फील्ड में नहीं है. लेकिन इस क्षेत्र में बहुत दूर तक जाना चाहती हैं. अपना पोस्टग्रेजुएशन वे कैम्ब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज से करना चाहती हैं. वे कानून के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहती हैं. खासकर इंटरनैशनल लेवल पर काम करने वाले ऐसे ऑर्गेनाइजेशन जो सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स के लिए काम करते हैं उनके साथ काम करना चाहती हैं. और फिर इससे होने वाले अनुभवों का इस्तेमाल अपने देश के विकास के लिए करना चाहती हैं.