शक्तिशाली तूफान निवार को नाम किसने दिया, जानिए यहां
निवार तूफ़ान का नाम ईरान की ओर से सुझाया गया है. यह 2020 में उत्तर हिंद महासागर से उठे चक्रवातों के लिए जारी नामों की सूची से इस्तेमाल किया गया तीसरा नाम है. निवार का मतलब है रोकथाम करना.
22 नवंबर को सोमालिया में जो चक्रवाती तूफ़ान आया था उसे भारत ने ‘गति’ नाम दिया गया था जिसका अर्थ रफ़्तार है. एशिया और प्रशांत क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक आयोग (ईएससीएपी) और विश्व मौसम संगठन (डब्लूएमओ) ने साल 2000 में बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उठने चक्रवातों को नाम देने की पद्धति शुरू की थी.
इसके तहत बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाईलैंड जैसे देशों के एक समूह ने बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उठने वाले चक्रवातों के लिए 13 नामों की एक सूची सौंपी. 2018 में इन देशों के पैनल में ईरान, क़तर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और यमन का नाम भी जुड़ गया. इस पैनल का काम चक्रवातों के नाम तय करना है.
इन देशों की ओर से सुझाए गए नाम देश के नाम की वर्णमाला के हिसाब से सूचीबद्ध किए जाते हैं. इस सूची की शुरुआत बांग्लादेश से होती है. फिर इसके बाद इसमें भारत, ईरान, मालदीव, ओमान, पाकिस्तान का नाम आता है.
इस क्रम के हिसाब से ही चक्रवातों के नाम रखे जाते हैं. निवार के बाद जिन चक्रवातों के नाम सुनाई पड़ने वाले हैं वो हैं बुरेवी (मालदीव), तौकते (म्यांमार), यास (ओमान) और गुलाब (पाकिस्तान). अप्रैल 2020 में इन नामों वाली नई सूची सदस्य देशों की ओर से स्वीकृत की गई है.
आम लोग भी भारतीय मौसम विभाग को सूची में शामिल करने के लिए नए नामों का सुझाव दे सकते हैं. बशर्ते की प्रस्तावित नाम कुछ बातों का ख्याल रखकर दिए गए हों. मसलन ये नाम छोटे और आसानी से समझ में आने वाले हो. सांस्कृतिक रूप से संवेदनाओं का ख्याल रखकर सुझाए गए हों और किसी भी तरह की भावनाओं को भड़काने वाले नहीं हों.
ये नाम इस पते पर भेजे जा सकते हैं-
महानिदेशक, भारतीय मौसम विभाग, मौसम भवन, लोदी रोड, नई दिल्ली-110003