स्मृति शेष: आप मंगल पर भी फंस जाएँ तो भारतीय दूतावास आपकी मदद करेगा
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन मंगलवार देर रात दिल्ली एम्स में हुआ. उन्होंने राजनीतिक जीवन में कई मुकाम हासिल किए थे. उन्होंने विदेश मंत्रालय के कामकाज में मानवीय संवेदनाओं को प्रमुखता दी. विदेशों में बसे भारतीय अगर किसी मुश्किल में होते तो वे फौरन सुषमा को याद करते. जून 2017 में सुषमा ने ट्वीट किया था कि अगर आप मंगल ग्रह पर भी फंस गए हैं तो वहां भी भारतीय दूतावास मदद करेगा.
यही वजह रही कि सुषमा टि्वटर पर 1.31 करोड़ फॉलोअर्स के साथ दुनिया की सबसे चर्चित महिला नेता थीं. इस मंच के जरिए उन्होंने देश-दुनिया में 80 हजार लोगों की मदद की. पासपोर्ट बनवाने में भी मदद की. वो अपने त्वरित ट्वीट के लिए जानी जाती थीं. शीला दीक्षित के निधन पर इरफान ए खान ने ट्वीट किया कि आपकी भी बहुत याद आएगी एक दिन शीला दीक्षित की तरह अम्मा. सुषमा ने जवाब दिया, ‘इस भावना के लिए अग्रिम धन्यवाद.’
सुषमा के जीवन के 6 मुकाम, जिनके लिए वे हमेशा याद रहेंगी
1977 में 25 साल की उम्र में कैबिनेट मंत्री बनने वालीं देश की सबसे कम उम्र की महिला थीं.
विदेश मंत्री बनने वालीं देश की पहली महिला थीं.
दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने वालीं पहली महिला थीं.
भाजपा की पहली महिला मंत्री. पार्टी की ओर से बनने वालीं पहली महिला केंद्रीय मंत्री भी.
2009 में विपक्ष की पहली महिला नेता बनीं.
अमेरिकी मैगजीन द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 2017 में उन्हें भारत की सबसे प्रिय राजनीतिज्ञ करार दिया था.
Image source: DD News