चाय बेचने से लेकर पीएम बनने के सफ़र को दर्शाती है ‘पीएम नरेंद्र मोदी’, पूरी कहानी यहाँ पढ़ें
डायरेक्टर उमंग कुमार की फिल्म पीएम नेरेन्द्र मोदी भारी विवादों के बाद आखिर अंत में सिनेमा घरों में रिलीज हुई। ये बायोपिक ऐसे समय पर रिलीज हुई है, जब देश में हर तरफ चुनाव का माहौल था। लोकसभा चुनाव में मोदी की बंपर जीत भले ही 23 मई को हुई है, लेकिन फिल्म के निर्माताओं ने पहले से ही अपनी फिल्म के पोस्टरों पर पीएम नरेंद्र मोदी की वापसी की भविष्यवाणी कर दी थी।
अब आते हैं फिल्म की कहानी पर –
फिल्म की कहानी सिंपल है। फिल्म की कहानी में मोदी के चाय बेचने से लेकर देशसेवा करने तक और फिर प्रधानमंत्री बनने तक के सफर को दिखाया गया है। फिल्म की कहानी की शुरुआत 2013 की बीजेपी की उस बैठक से होती है, जिसमें नरेंद्र मोदी (विवेक ओबेरॉय) को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया जाता है। फिल्म के बीच में पीएम मोदी के संघर्षों को बताया गया है। फिल्म की कहानी का अंत साल 2014 में नरेंद्र मोदी के पीएम पद की शपथ लेने पर होता है। फिल्म को देखकर लगता है कि विवेक ओबेरॉय और उनकी टीम ने चंद महीनों का इंतजार किया होता तो वो साल 2019 की झलक भी फिल्म में दिखा सकते थे। मोदी के जीवन में ऐसे कई उतार चढ़ाव आये, लेकिन उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। मोदी के लाइफ में आए उन उतार चढ़ाव को जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी पड़ेगी।
डायरेक्शन और एक्टिंग
फिल्म की कहानी में और भी क्रिएटिव किया जा सकता था। प्रड्यूसर संदीप सिंह द्वारा लिखी गई कहानी भले ही सिंपल हो लेकिन इंप्रेसिव है। फिल्म पी एम नरेंद्र मोदी सीधी-सपाट फिल्म है, बल्कि आजकल आजकल के टीवी ऐड्स भी इस फिल्म से क्रिएटिव लगेंगी। फिल्म के डायलॉग जोरदार हैं, तो स्क्रीनप्ले और स्क्रिप्ट भी कसी हुई है। फिल्म की लोकेशंस खूबसूरत बन पड़ी हैं। खासकर हिमालय में फिल्माए गए सींस की सिनेमैटॉग्राफी जबर्दस्त है। फिल्म का संगीत कहानी को गति देता है, तो बैकग्राउंड स्कोर भी अच्छा है। इस फिल्म की कहानी का बहुत बड़ा हिस्सा आपको मोदी जी के भाषणों का कलेक्शन लगेगा। मोदी जी के बारे में बहुत सारी किस्म-किस्म की जानकारी जगह-जगह मिलती है, लेकिन जो बातें आसानी से नहीं मिलतीं, उनपर थोड़ा फोकस किया गया होता, तो यकीनन ये फिल्म बेहतरीन हो जाती।
अब बात एक्टिंग की करें तो प्रधानमंत्री मोदी के रोल में विवेक ओबेरॉय का काम ठीक है। विवेक, मोदी के बॉडी-लैंग्वेज और बारीकियों को अच्छे से निभाते हुए नजर आए। अमित शाह के किरदार में मनोज जोशी भी काफी दमगार लगे।
देखें फिल्म का ट्रेलर-
क्या कहते हैं विवेक ओबेरॉय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाले अभिनेता विवेक ओबरॉय प्रधानमंत्री को प्रेरणास्रोत मानते हैं। फिल्म ‘पीएम नरेंद्र मोदी’ के ट्रेलर लॉन्च के दौरान विवेक ने कहा, ‘मैं मोदीजी को एक प्रेरणास्रोत मानता हूं। मोदीजी उन व्यक्तित्वों में से एक हैं… अगर वह कुछ तय करते हैं, उनकी सोच स्पष्ट है तो वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने से नहीं डरते। यह बहुत प्रेरणादायक हैं।’
यह पूछे जाने पर कि क्या एक फिल्म करने के बाद वह मोदी को पूरी तरह से जान पाए हैं, विवेक ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि जो लोग उनके साथ वर्षों से जुड़े हुए हैं, वह भी उन्हें जान पाए हैं। मैं उन्हें अच्छे से जानने के लिए बहुत छोटा हूं।’ राजनीति से जुड़ने के बारे में पूछने पर विवेक ने कहा, ‘हां, आप मुझे एक राजनेता के रूप में देखेंगे, लेकिन केवल स्क्रीन पर।’
बायोपिक का निर्देशन राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित ओमंग कुमार बी ने किया है और फिल्म के निर्माता एस सिंह, आनंद पंडित और सुरेश ओबेरॉय हैं।