मैंने वक्त को बदलते देखा है

Spread the love

शबल सुधीर shabalsudhir@gmail.com

मैंने वक्त को बदलते देखा है,

कल को आज और आज को कल में बदलते देखा है,

तंग गलियों में बच्चों को कपडे दिलाते देखा है,

कहीं पैसों के लिए टोकरी वाले से लोगों को लड़ते देखा है,

चाट के ठेले पर गोलगप्पे खाते परिवारों को देखा है,

अपने बचपन को पापा की बाइक की टंकी पर बैठे बच्चे में देखा है,

स्कूल कॉलेज जाते हुए लड़कों में अपने दोस्तों को देखा है,

मैंने भागम भाग वाली जिन्दगी में खुद के सुकून को पिघलते देखा है,

क्या रात क्या दिन अपने क़दमों को एक चारदीवारी में दौड़ते हुए देखा है,

कहा था ना…मैंने वक्त को बदलते देखा है.

ब्रह्म मुहूर्त में जागते थे श्रीराम, जानें फायदे ( Brahma muhurta ke Fayde) , देखें यह वीडियो


हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें।

Spread the love
READ  दिमाग को कमजोर बनाता है हियरिंग लॉस
© Word To Word 2021 | Powered by Janta Web Solutions ®
%d bloggers like this:
Secured By miniOrange