एलन मस्क ने आयोजित की है प्रतियोगिता, भाग लेने वाले को मिलेगा 10 करोड़ डॉलर का इनाम
जमीन और आसमान दोनों जगह बेशुमार शोहरत कमा रहे Elon Musk ने अब प्लान बनाया है धरती को बचाने का. पिछले महीने उन्होंने ऐलान किया था एक इनाम का. मस्क ने सबसे बेहतरीन कार्बन कैप्चर टेक्नॉलजी को 10 करोड़ डॉलर का इनाम देने के लिए डोनेशन देने का फैसला किया. यह इनाम किसको और कैसे मिलेगा, इसे लेकर प्रतियोगिता के नियमों के बारे में इसे कराने वाली संस्था XPRIZE ने जानकारी दी है.
The $100M XPRIZE Carbon Removal is now LIVE. Funded by @elonmusk, it’s the largest in history. Fight climate change. Let’s exit the fossil fuel era.
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— XPRIZE (@xprize) February 8, 2021
कब शुरू होगा?
यह प्रतियोगिता XPRIZE फाउंडेशन करा रहा है जो 1994 से स्पेस, महासागर, स्वास्थ्य, शिक्षा, ऊर्जा, पर्यावरण, रोबॉट और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में इनोवेशन को सम्मानित करता है. मस्क जिस प्रतियोगिता के लिए डोनेशन देने वाले हैं, उसके तहत वायुमंडल या महासागरों से कार्बनडायऑक्साइड गैस को निकालकर एक सेफ में रखना होगा, वह भी सही कीमत पर. इसके लिए सबसे बेहतरीन टेक्नॉलजी को इनाम मिलेगा. यह काम इस साल पृथ्वी दिवस यानी 22 अप्रैल, 2021 से शुरू होकर चार साल तक 2025 में पृथ्वी दिवस तक चलेगा.
इस बारे में XPRIZE ने मस्क का बयान जारी किया है जिसमें उन्होंने कहा है, ‘हम एक सार्थक प्रयास करना चाहते हैं. कार्बन निगेटिविटी, न कि न्यूट्रिलिटी. यह कोई थिअरिटकल प्रतियोगिता नहीं है. हम ऐसी टीम चाहते हैं जो असली के सिस्टम बनाएं जो बड़ा असर डालें और गीगटन के स्तर पर. चाहे जो भी हो, समय की कीमत है.’ XPRIZE ने बताया है कि जीतने के लिए टीम्स को ऐसी टेक्नॉलजी बनानी होगी जिससे हर दिन वायुमंडल से एक टन कार्बनडायऑक्साइड निकाली जा सके. टीम को यह भी दिखाना होगा कि उनका इनोवेशन कैसे बड़े स्तर पर गीगाटन (एक अरब मेट्रिक टन) में कार्बनडायऑक्साइड को निकाल सकेगा.
XPRIZE के मुताबिक इस प्रतियोगिता के जरिए ऐसी टेक्नॉलजी बनाने के लिए प्रेरणा देनी है जिससे 2050 तक वायुमंडल से कुल 10 गीगाटन कार्बनडायऑक्साइड निकाली जा सके. XPRIZE के लिए क्लाइमेट, एनर्जी ऐंड एन्वायरमेंट पुरस्कारों के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर मार्शियस एक्सटावूर ने CNBC मेक इट को बताया है, ‘दुनिया को वैश्विक तापमान 1.5 या 2 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा बढ़ने से रोकने के लिए 2050 तक 10 अरब टन कार्बनडायऑक्साइड को निकालने की क्षमता विकसित करने की जरूरत है.’ उन्होंने कहा है कि इसके लिए सड़कों कंपनियां, प्रॉजेक्ट और कई सारे अलग-अलग तरीके चाहिए होंगे.
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