कौन चुरा रहा है 6.5 करोड़ साल पुराने डायनासौर के अंडे

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मध्य प्रदेश के धार जिले के बाग की मशहूर बौद्ध गुफाओं के पास करीब 90 हेक्टेयर पर राष्ट्रीय डायनासोर जीवाश्म उद्यान बन रहा है. यह उद्यान बाग क्षेत्र के पाडल्या गांव में वन विभाग की देखरेख में विकसित किया जा रहा है. इस बाग में मिले डायनासौर के अंडों के जीवाश्म लगभग 6.5 करोड़ साल पुराने हैं.

लेकिन अब कुछ नाबालिगों ने इस विलुप्त जीव के जीवाश्मीकृत अंडे चुरा लिए हैं. एक आरटीआई के द्वारा दस्तावेजों में राष्ट्रीय डायनासोर जीवाश्म उद्यान से अंडों की चोरी की सात महीने पुरानी वारदात का विस्तृत खुलासा हुआ है.

इसमें बताया गया है, ‘16 सितंबर 2018 को दोपहर 12 बजे के आसपास कुछ अज्ञात नाबालिगों द्वारा पाडल्या (बाग) के राष्ट्रीय डायनासोर जीवाश्म उद्यान में अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर वहां रखे बेशकीमती जीवाश्मों को तोड़ा गया और वे कुछ जीवाश्मों (डायनासोर के अंडे) को चुराकर अपने साथ ले भी गए. जैसे ही कर्मचारियों को घटना का पता चला, सभी मौके पर पहुंचे लेकिन इन्हें देखकर सभी नाबालिग वहां से भाग गए. भागते बच्चों के फोटोग्राफ कर्मचारियों द्वारा लिए गए हैं, जिनके आधार पर उनकी तलाश की जा रही है.’
धार जिले में डायनासोर जीवाश्मों की चोरी की यह कोई पहली घटना नहीं है. बाग के राष्ट्रीय डायनासोर जीवाश्म उद्यान से करीब 140 किलोमीटर दूर मशहूर पर्यटन स्थल मांडू के पास बनाए गए डायनासोर जीवाश्म संग्रहालय ‘अश्मधा’ से भी जनवरी 2014 में तीन जीवाश्मीकृत अंडे चोरी हो चुके हैं.

गुजरे 12 साल के दौरान बाग क्षेत्र और इसके आसपास के इलाकों में डायनासोर के 65 जीवाश्मीकृत घोंसले खोजे गए हैं. इनमें डायनासोर के करीब 6.5 करोड़ साल पुराने 200 से ज्यादा अंडे मिले हैं.’

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