फिल्म 83 में कैसे दिया गया रणवीर सिंह को कपिल देव का लुक
बॉलीवुड में आजकल बायोपिक का दौर चल रहा है. कल्पना की बजाय सत्य घटनाओं से प्रेरित कहानियां निर्माताओं को खूब पसंद आ रही हैं. फिलहाल जो बायोपिक्स आने वाली हैं उनमें सैम बहादुर, छपाक, 83, सांड की आंख, करगिल गर्ल, शेरशाह, सायना बायोपिक और बिंद्रा आदि बायोपिक प्रमुख हैं. इन बायोपिक्स में काम करने वाले एक्टर्स का जब फर्स्ट लुक लोगों के सामने आये तो लोगबाग भी एक मिनट के लिए गच्चा खा गए कि ये असली हैं या नकली? दरअसल बायोपिक में काम कर रही टीम के सामने एक चुनौती ये रहती है कि फिल्मी सितारे कैसे असल जैसे दिखें. ऐसे में फिल्म में किरदारों को ओरिजनल लुक देने के लिए क्या कुछ मशक्कत करनी पड़ती है, यहाँ जानिये –
रणवीर सिंह (83)
On my special day, here’s presenting THE HARYANA HURRICANE ?KAPIL DEV ??@83thefilm @kabirkhankk @deepikapadukone @madmantena @Shibasishsarkar @vishinduri @RelianceEnt @FuhSePhantom @NGEMovies pic.twitter.com/HqaP07GJEQ
— Ranveer Singh (@RanveerOfficial) July 6, 2019
फिल्म ‘83’ में रणवीर कपिल देव का किरदार निभा रहे हैं. रणवीर कपिल जैसे लगें, उसके लिए नेशनल अवॉर्ड विनर मेकअप आर्टिसट विक्रम गायकवाड़ की मदद ली गई. विक्रम के सामने चुनौती थी कि उन्हें प्रॉस्थेटिक का इस्तेमाल नहीं करना था. ऐसे में रणवीर की मूंछें और भौंहें बड़ी की गईं. उन्हें स्पेशल विग लगाया गया. कंसीलर की हेल्प से भौंहों को हल्का किया गया. मेकअप की मदद से दो दांतों को उभारा गया. हाँ नाक के लिए उन्हें जरूर प्रोस्थेटिक का इस्तेमाल करना पड़ा. इसके बाद रणवीर काफी हद तक कपिल देव के जैसे दिख रहे हैं.
परिणीति कैसे बनेंगी साइना नेहवाल
सायना नेहवाल के रोल के लिए परिणीति चोपड़ा ने दो से तीन हफ्ते रोजाना दो घंटे तक उनके वीडियोज देखे. उन्होंने इस खेल को सीखने के लिए तीन से चार महीने दिए. उनकी सुबह छह बजे होती थी और वे दो घंटे रोजाना बैडमिंटन के कोर्ट में जाती थीं. उन्हें कुल नौ महीने खेल सीखने पर देने हैं. परिणीति लंदन में दूसरी फिल्म की शूट के दौरान भी ट्रेनिंग को जारी रखेंगी. इस दौरान एक वर्ल्ड लेवल फिजियो भी साथ रहेंगे.
भूमि पेडणेकर को कैसे आयीं झुर्रियां
फिल्म में उत्तर प्रदेश की शार्प शूट दादी का किरदार निभा रही भूमि पेडणेकर को 65 वर्ष की उम्र का दिखना था. पहले उन्होंने वजन बढ़ाया. उन्हें रबर कोटिंग का झुर्रियों वाला चेहरा रोजाना 12 घंटे पहना पड़ता था. यह सिलसिला 50 दिनों तक चला. तैयार होने में ही दो से तीन घंटे लग जाते थे. इस दौरान पूरा गांव ग्राउंड जीरो बन गया था. हर किसी की ट्रेनिंग असली बंदूकों और कारतूसों से हुईं.
सिद्धार्थ मलहोत्रा बनेगे कैप्टन विक्रम बत्रा
सिद्धार्थ शेरशाह में परमवीर चक्र से सम्मानित कैप्टन विक्रम बत्रा का किरदार अदा कर रहे हैं. सिद्धार्थ और फिल्म की बाकी कास्ट ने इसके लिए आर्मी ड्रिल की. टीम ने आर्मी के हथियार चलाने भी सीखे. सिद्धार्थ परमवीर चक्र विजेता के परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के साथ रहे. आर्मी के डिसिप्लिन को फॉलो किया. सिद्धार्थ की हाइट विक्रम बत्रा से ज्यादा है. ऐसे में उन्हें मिलिट्री वाले हाई हील वाले बूट नहीं पहनाए जाएंगे. विग का भी इस्तेमाल होगा.