वेस्टइंडीज दौरे पर धोनी के सेलेक्शन को लेकर गंभीर ने कहा, जज्बात में न लें फैसला
क्रिकेट से राजनीति में आए गौतम गंभीर ने महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी को लेकर अपनी राय रखी है। गंभीर का कहना है कि धौनी भारत के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में से हैं, लेकिन टीम की सफलता का पूरा श्रेय उन्हें देना और विफलता का ठीकरा उन पर फोड़ना गलत है। उनके अनुसार यदि आंकड़ों को देखें तो महेंद्र सिंह धौनी सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि दूसरे कप्तान कमतर थे। सौरव गांगुली अच्छे कप्तान थे। हमने विदेश में उनकी कप्तानी में जीत हासिल की। विराट कोहली की कप्तानी में हमने दक्षिण अफ्रीका में वनडे और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती। यह सही है कि धौनी ने हमें दो विश्व कप (2007 और 2011) जिताए, लेकिन कप्तान को सफलता का सारा श्रेय देना और नाकाम रहने पर उसे गुनहगार ठहराना गलत है।
महेंद्र सिंह धौनी ने चैम्पियंस ट्रॉफी और विश्व कप जीते, लेकिन दूसरे कप्तान भी भारत को आगे ले गए। अनिल कुंबले और राहुल द्रविड़ ने यह काम किया है। धौनी ने जिस तरह युवा खिलाड़ियों की मांग करके बतौर कप्तान भविष्य में निवेश किया। उसी तरह उनके बारे में भी व्यवहारिक फैसले लेने की जरूरत है, क्योंकि युवा खिलाड़ी इंतजार में खड़े हैं।
दरअसल, ऐसी अटकलें हैं कि धौनी विश्व कप में भारत के लिए आखिरी वनडे खेल चुके हैं। भारत को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड ने 18 रन से हराया था। बता दें कि चयन समिति की बैठक रविवार (21 जुलाई) को होगी, जिसमें वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम का चयन किया जाएगा। इसमें पूरा फोकस धौनी पर रहेगा। ऐसे में गंभीर का मानना है कि जज्बात से परे होकर टीम के सलेक्शन पर फैसला लेना होगा।