प्लास्टिक की थैलियों का अनोखा उपयोग, बनेगी मोबाइल की बैटरी
अमेरिका की पार्ड्यू यूनिवर्सिटी के रिसर्चरों ने प्लास्टिक बैग से कार्बन निकालने का एक नया तरीका खोज निकाला है, जिसका मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में इस्तेमाल होने वाली बैटरी बनाने में किया जा सकेगा। आमतौर पर प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल सिर्फ एक ही बार होता है, जिसके बाद उन्हें फेंक दिया जाता है जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। लेकिन अब इन्हीं प्लास्टिक बैग से मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में इस्तेमाल होने वाली बैटरियां बनाई जा सकेंगी।
प्लास्टिक बैग में भारी मात्रा में कार्बन पाया जाता है। लेकिन, इन बैग से शुद्ध कार्बन निकालना काफी जटिल काम होता है, इसलिए रिसर्चरों ने इसका नया और आसान तरीका खोजा है। इसके लिए सबसे पहले पॉलीईथीलीन प्लास्टिक के बैग को सल्फ्यूरिक एसिड में डाला जाता है और इसके बाद इन्हें एक सॉल्वोथर्मल रिएक्टर के अंदर बंद कर दिया जाता है, फिर इसे सामान्य तापमान पर गर्म किया जाता है ताकि प्लास्टिक बैग पिघल जाए। इसके साथ ही पॉलीईथीलीन कार्बन बैकबोन में सल्फोनिक एसिड डाला जाता है ताकि उससे खतरनाक गैस न निकले और बिना वाष्पीकरण हुए प्लास्टिक को ज्यादा गर्म किया जा सके।
इसके बाद रिएक्टर से सल्फोनेटेड पॉलीईथीलीन को हटा दिया जाता है और शुद्ध कार्बन निकालने के लिए इसे भट्टी में गर्म किया जाता है। इतना हो जाने के बाद, कार्बन को एक काले पाउडर में डाला जाता है। इस पूरी प्रक्रिया के बाद जो पदार्थ तैयार हुआ उसका इस्तेमाल लिथियम आयन बैटरी के लिए एनोड बनाने में किया गया। इसके बाद रिसर्चरों ने पाया कि इससे बनी बैटरी भी उसी तरह काम कर रही थी, जिस तरह का काम आम बैटरियां करती हैं।