बसंत पंचमी 2018: सरस्वती पूजा के दिन जरूर करें ये काम
बसंत पंचमी का त्यौहार खास तौर से मां सरस्वती के लिए जाना जाता है. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार बसंत पंचमी का पर्व हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष के पांचवे दिन मनाया जाता है. यह त्योहार वसंत ऋतु के आने का सूचक है. इस दिन से होली की शुरुआत मानी जाती है.
बसंत पंचमी पर विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है. वसंत पंचमी पूजा छात्रों और कलाकारों के लिए काफी महत्व रखती है. देवी सरस्वती को ज्ञान, कला, बुद्धि, गायन-वादन की देवी माना जाता है. बसंत पंचमी का दिन पढ़ने और लिखने की शुरूआत के लिए ही शुभ माना जाता है. इस मौके पर लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं. इस त्योहार पर पीले रंग का महत्व इसलिए बताया गया है क्योंकि बसंत का पीला रंग समृद्धि, ऊर्जा, प्रकाश और आशावाद का प्रतीक है. इसलिए इस दिन पीले रंग के कपड़े पहनते और व्यंजन बनाते हैं.
मुहूर्त
हिंदू पंचांग के मुताबिक, पंचमी तिथि सूर्योदय और दोपहर के बीच रहती है. वसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा करते समय सरस्वती चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए. वसंत पंचमी पूजा मुहूर्त सुबह 07:17 से शुरू है, इसकी अवधि 5 घंटे 15 मिनट तक रहेगी. पंचमी तिथि की शुरुआत 21 जनवरी 2018 रविवार को 15:33 बजे से है और इसकी समाप्ती 22 जनवरी 2018 सोमवार को 16:24 बजे तक बताई गई है.