डिजिटल कैमरे के अविष्कार से लेकर सबसे पहले कैमरे की कीमत तक, सब कुछ जानिये यहाँ
डिजिटल कैमरा एक ऐसा कैमरा है जो डिजिटल रूप में वीडियो या स्टिल फोटोग्राफ या दोनों लेता है और एक इलेक्ट्रॉनिक इमेज सेंसर के माध्यम से चित्रों को रिकॉर्ड कर लेता है.
इंजीनियर स्टीवन सैसन ने पहले डिजिटल कैमरा का आविष्कार साल 1975 में किया था. तब यह कैमरा 20 सेकेण्ड प्रति फ्रेम की दर से तस्वीरें लेता था. पब्लिकली सबसे पहला डिजिटल कैमरा फुजी की तरफ से 1988 में यूएस में लॉन्च किया गया था. वहीं व्यावसायिक तौर पर 1990 में डिजिटल कैमरा पब्लिक के लिए उपलब्ध हुआ था, जिसे आम लोग खरीद सकते थे. इसका नाम डायकेम मॉडल 1 था, जिसे यूएस में लॉन्च किया गया था, जिसके बाद ही इसकी बिक्री शरू हुई थी. इसमें एक CCD इमेज सेंसर का प्रयोग किया जाता था, जिससे तस्वीरों को डिजिटल रूप में संग्रहित किया जाता था. 1991 में कोडक और स्टीव सेसन ने सबसे पहला प्रोफेशनल डिजिटल कैमरा DCS- 100 लॉन्च किया था. उस समय इस कैमरे की कीमत 13000 डॉलर यानी लगभग 9 लाख 16 हजार एक सौ बयालीस रूपये थी. डिजिटल कैमरे कई तरह के साइज में में आते हैं.
डिजिटल कैमरे के कुछ प्रकार –
कॉम्पैक्ट डिजिटल कैमरा
कॉम्पैक्ट कैमरों को आम तौर पर इस तरह डिजाइन किया जाता है कि उनका प्रयोग करना आसान हो, उनसे उन्नत किस्म की सुविधाएं प्राप्त हो सके और उनके तस्वीरों की गुणवत्ता, कॉम्पैक्ट और सरल हो. इससे ली गयी तस्वीरों को केवल jpeg फॉरमेट में ही सेव किया जा सकता है.
ब्रिज कैमरा
इसका आकार बड़ा लेकिन सेंसर छोटा होने के कारण, इनमें से कई कैमरों में बहुत अधिक क्षमता वाले विशेष लेंस होते हैं और साथ में ज़ूम करने की क्षमता भी अधिक होती है. इन कैमरों को कभी-कभी भूल से डिजिटल एसएलआर कैमरा मान लिया जाता है क्योंकि ये दोनों प्रकार के कैमरे देखने में एक ही तरह के लगते हैं.
डिजिटल सिंगल लेंस रिफ्लेक्स कैमरा
ये अंतरपरिवर्तनीय लेंसों का प्रयोग करते हैं. DSLR निर्माता विभिन्न प्रकार के लेंसों की भी बिक्री करता है. इससे कैमरे से वाइड-ऐंगल, टेलीफोटो, लो लाईट आदि के लिए डिजाइन किए गए सबसे उपयुक्त लेंस का चयन करने में आसानी होती है. इसलिए प्रत्येक लेंस को दर्पण के पीछे अपने ही शटर की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि DSLR में इमेजर के सामने एक फोकल प्लेन शतर का प्रयोग किया जाता है.
इलेक्ट्रॉनिक व्यूफाइंडर, अंतरपरिवर्तनीय लेंस कैमरा
2008 के अंतिम दौर में, एक नई किस्म के कैमरे का आगमन हुआ जिसमें DSLR कैमरों के अंतरपरिवर्तनीय लेंसों और बड़े-बड़े सेंसरों को, एक इलेक्ट्रॉनिक व्यूफाइंडर के माध्यम से या पिछले LCD पर, कॉम्पैक्ट कैमरों की लाइव पूर्वावलोकन प्रणाली के साथ जोड़ा गया था. दर्पण बॉक्स को हटा दिए जाने के कारण ये DSLR कैमरों की तुलना में अधिक सरल और अधिक कॉम्पैक्ट होते हैं.