सूर्य से सबसे नजदीक है पार्कर सोलर प्रोब, मात्र 2.4 करोड़ किमी है दूर
नासा के पार्कर सोलर प्रोब ने एक साथ दो नये रिकार्ड स्थापित करने में सफलता पायी है. यह यान सूर्य के और करीब पहुंचा है. अब तक कोई यान सूर्य के इतने करीब नहीं पहुंच पाया था. इस क्रम में इस मानव निर्मित यान ने दो लाख 23 हजार दो सौ मील प्रति घंटे की रफ्तार भी हासिल कर ली है. यह पूर्व के रिकार्ड से अधिक है. इससे पूर्व अमेरिका और जर्मनी द्वारा संयुक्त रुप से भेजे गये अंतरिक्ष यान हैलियोस बी के नाम सबसे अधिक गति का रिकार्ड था. हैलियोस बी के सबसे तेज गति का रिकार्ड इस यान ने गत 29 अक्टूबर को ही तोड़ दिया था.
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भीषण गर्मी झेलने के बाद भी ठीक ठाक काम कर रहा है यान
सूर्य के इतने करीब से गुजरने के बाद भी यान ठीक ठाक काम कर रहा है. पिछले 5 नवंबर को यह यान सूर्य के सबसे करीब से गुजरा था. उस वक्त सूर्य की सतह से इस यान की दूरी मात्र 2.4 करोड़ किमी थी. एक पूर्व निर्धारित धुरी पर आगे बढ़ते हुए यह यान सूर्य के अत्यधिक ताप और वहां की सौर आंधियों का भी अब तक सफलतापूर्वक सामना कर रहा है. वह सही तरीके से काम करते हुए नियमित आंकड़े और चित्र भी भेज रहा है.
ढाई हजार डिग्री फारेनहाइट तक की गर्मी झेल सकता है यान
इस यान की मुख्य जिम्मेदारी अत्यंत करीब से सूर्य के सतह और केंद्र में चल रही गतिविधियों का अध्ययन करते हुए उनके आंकड़े नासा तक पहुंचाना है. दरअसल नासा के वैज्ञानिक यह जानना चाह रहे हैं कि सूर्य की सतह पर चल रही सौर आंधियों की वास्तविक स्थिति क्या है. इन आंधियों से सूर्य पर क्या कुछ प्रभाव पड़ रहा है. साथ ही इन सौर आंधियों का पृथ्वी पर क्या प्रभाव पड़ रहा है. अपनी इस यात्रा के दौरान खास तौर पर तैयार किया गया यह यान अत्यधिक ताप और विकिरण भी झेल रहा है. यान के अंदर लगे यंत्रों के मुताबिक एक बार यान के अंदर का तापमान 820 डिग्री फारेनहाइट तक चला गया था. यह यान के उस तरफ का तापमान है, जो सूर्य की तरफ था. वैज्ञानिकों ने इस यान को कुछ इस तरीके से तैयार किया है कि यह ढाई हजार डिग्री फारेनहाइट तक की गर्मी झेल सकता है.