कोरोना के बाद नई आफत, चीन में पहली बार मिला इंसानों में बर्ड फ्लू का केस
चीन में इंसान के अंदर बर्ड फ्लू का पहला मामला सामने आया है. देश के पूर्वी जिआंगसु प्रांत से बर्ड फ्लू के H10N3 स्ट्रेन के साथ मानव संक्रमण का पहला मामला दर्ज किया है. झेंजियांग शहर के एक 41 वर्षीय व्यक्ति में बर्ड फ्लू का स्ट्रेन मिला, फिलहाल उसकी हालत स्थिर है.
कब मिला पहला मामला
पहली बार मरीजों में 28 मई को H10N3 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस होने का पता चला था. अभी यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह शख्स बर्ड फ्लू के H10N3 स्ट्रेन से कैसे संक्रमित हुआ. इससे पहले वैश्विक स्तर पर एच10एन3 से मानव संक्रमण का कोई अन्य मामला सामने नहीं आया है.
क्या है H10N3 बर्ड फ्लू वायरस
H10N3, बर्ड फ्लू वायरस का एक कम रोगजनक या अपेक्षाकृत कम गंभीर स्ट्रेन है और इसके बड़े पैमाने पर फैलने का जोखिम बहुत कम है. चीन में एवियन इन्फ्लूएंजा के कई अलग-अलग स्ट्रेन हैं और कुछ छिटपुट रूप से लोगों को संक्रमित करते हैं, आमतौर पर वे जो मुर्गी पालन करते हैं.
कौन सा वेरिएंट फैलता है इंसानों में
बर्ड फ्लू फैलाने के लिए कई वायरस जिम्मेदार होते हैं लेकिन इसमें H5N1 को खतरनाक माना जाता है क्योंकि यही वायरस इंसानों में बर्ड फ्लू के संवाहक के तौर पर काम करता है और उन्हें इसका शिकार बनाता है. मानवों में बर्ड फ्लू के संक्रमण का पहला मामला साल 1997 में आया था जब हॉन्ग-कान्ग में मुर्गियों से एक शख्स में यह वायरस फैला था.
2003 से बर्ड फ्लू का यह वायरस चीन, यूरोप, अफ्रीका समेत एशिया के कई देशों में फैलना शुरू हो गया. साल 2013 में चीन में एक इंसान बर्ड फ्लू से संक्रमित पाया गया था. हालांकि WHO का दावा है कि बर्ड फ्लू आमतौर पर इंसानों को संक्रमित या प्रभावित नहीं करता है. लेकिन अब बर्ड फ्लू के H10N3 स्ट्रेन का नया मामला सामने आया है.
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