मौसम विभाग ने दी नववर्ष के जश्न में शराब ना पीने की सलाह, जानिए क्या हो सकते हैं नुकसान
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर भारत में बहुत ज्यादा कड़ाके की ठंड पड़ने जा रही है. नए साल के जश्न में अल्कोहल का सेवन आपके जोश को ठंडा कर सकता है. सलाह जारी करते हुए मौसम विभाग ने कहा कि 28 दिसंबर से उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में ‘भंयकर’ शीतलहर का सामना होगा. इस दौरान फ्लू, जुकाम, नाक से खून निकलने जैसी समस्याएं ज्यादा रहने की आशंका हैं.
मौसम विभाग का कहना है कि इससे शरीर का तापमान कम होता है. इसलिए बेहतर है घर पर रहें और विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करें. इसके अलावा शीतलहर के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए नियमित अपनी स्किन को मॉस्चेराइज करें.
The met dept is advising against drinking alcohol in the impending cold wave conditions to hit the North from Dec 26.
How sweet of them. pic.twitter.com/FTYVM9dcoF
— Man Aman Singh Chhina (@manaman_chhina) December 26, 2020
ठंड में शराब क्यों है नुकसानदेह
लोग मानते हैं कि शराब ठंड भगाने में मददगार होती है. उसके पीने से शरीर को गर्मी मिलती है. लेकिन ये गलत धारणा है. विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी में शराब का ज्यादा सेवन दिल के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है. इसके चलते न सिर्फ आपको सर्दी-जुकाम रहने लगता है बल्कि दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी 30 फीसद तक बढ़ सकता है. सर्दियों में रक्त नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिसके चलते हृदय को रक्त प्रवाह जारी रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. ऐसे में शराब पीना आपके दिल के लिए और भी खतरनाक हो जाता है. सर्दी में शरीर का तंत्र अलग तरह से काम करता है. शराब पीने से शरीर और उसके अंदर के महत्वपूर्ण अंग ठंडे पड़ने लगते हैं.
बढ़ता है हाइपोथरमिया का खतरा
कई रिसर्च से ये बात सामने आई है कि ठंड में शराब पीने से गर्मी का एहसास मिलता है, लेकिन ये वास्तव में शरीर के तापमान को बाहरी ठंड के बावजूद कम कर सकता है और हाइपोथरमिया के खतरे को बढ़ाता है. सामान्य प्रक्रिया में ठंड उस वक्त लगती है जब रक्त का प्रवाह स्किन से अंगों में होता है, इससे शरीर के तापमान में बढ़ोतरी होती है. लेकिन शराब पीने से ये प्रक्रिया बिल्कुल विपरीत हो जाती है. इसका मतलब हुआ कि रक्त का प्रवाह स्किन में बढ़ जाता है और तेजी से शरीर के पारे में गिरावट आती है.