किसान आंदोलन के फेसबुक पेज को फेसबुक ने किया ब्लॉक, विरोध के बाद फिर किया रीस्टोर
रविवार को किसान आंदोलन एक फेसबुक पेज की वजह से सुर्खियों में आ गया, जिसे पहले फेसबुक ने अनपब्लिश कर दिया था और फिर उसे शुरू कर दिया. इसके बाद सोशल मीडिया पर काफी बवाल मचा और लोगों ने सरकार समेत फेसबुक को आड़े हाथों ले लिया.
कौन सा है एकाउंट
दरअसल, किसान आंदोलनों से जुड़े कुछ फेसबुक पेज भी बने हुए हैं, जिसमें किसान आंदोलन की अपडेट दी जा रही है. कुछ दिन पहले ही आंदोलन में आए युवा किसानों ने सोशल मीडिया पर भी आंदोलन को ले जाने का फैसला किया और उन्होंने आधिकारक फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब चैनल बनाए ताकि लोगों को किसान आंदोलन से जुड़ी अपडेट पहुंचती रहे. इन एकाउंट्स पर लगातार अपडेट भी दिए जा रहे हैं, जिन्हें कई जानी मानी हस्तियों ने भी प्रमोट किया है.
इस सोशल मीडिया एकाउंट का नाम है- किसान एकता मोर्चा. इस नाम से सभी सोशल मीडिया वेबसाइट पर एकाउंट बने हुए हैं और किसान आंदोलन की लगातार अपडेट दी जा रही है. इन एकाउंट्स को बने हुए अभी ज्यादा दिन नहीं हुए हैं, 16 दिसंबर से ही इसकी आधिकारिक शुरुआत हुई है. अगर किसान एकता मोर्चा के फेसबुक एकाउंट की बात करें तो इस एकाउंट पर पहला पोस्ट14 दिसंबर को शेयर किया गया था, लेकिन 16 दिसंबर से इसके बारे में लोगों को बताया गया. अब किसान सोशल मीडिया पर जो भी बात कह रहे हैं, वो इन्हीं सोशल मीडिया एकाउंट्स से भी कर रहे हैं. यहां तक कि योगेंद्र यादव भी इन एकाउंट से लाइव कर रहे हैं और कई अन्य लोगों के भी वीडियो यहां शेयर किए जा रहे हैं.
वैसे देखें तो अभी इन एकाउंट्स को शुरू हुए एक हफ्ता भी नहीं हुआ है, लेकिन कुछ दिनों में ही इनके फॉलोअर्स की संख्या काफी बढ़ गई है. अगर फेसबुक एकाउंट की बात करें तो इस एकाउंट के 1 लाख 4 हजार लाइक हो गए हैं और 1 लाख 29 हजार लोग इसे फॉलो कर रहे हैं और इसकी पहुंच और भी ज्यादा है. वहीं, ट्विटर एकाउंट पर भी 84 हजार फॉलोअर्स हो गए हैं और यू-ट्यूब चैनल के तो 4 लाख 88 हजार सब्सक्राइबर्स हो गए हैं. साथ ही ये फॉलोइंग लगातार बढ़ती जा रही है.
क्यों है खबरों में
रविवार को फेसबुक एकाउंट पर एक लाइव के बाद इस एकाउंट को फेसबुक की ओर से ‘ब्लॉक’ कर दिया गया. इसके बाद किसान एकता मोर्चा के ट्विटर एकाउंट पर इसकी जानकारी दी गई है. फेसबुक की ओर से ये कार्रवाई करने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन आने शुरू हो गए और उन्होंने सरकार के साथ फेसबुक को भी आड़े हाथों लिया. बवाल खड़ा होने के बाद फेसबुक ने इसे रीस्टोर किया और अपनी गलती भी मानी.