चमड़े के बजाय अब मशरूम से बनेंगे डिजायनर बैग, कपड़े और जूते
चमड़े से बने जूते, फैशन बैग और कपड़ों का इस्तेमाल ज्यादातर लोग करते है, पर शायद ही किसी ने कल्पना की होगी कि ये सारी चीजें मशरूम से भी बनाई जा सकती हैं. मशरूम को दबाकर और उसे रासायनिक रूप से संसाधित करके उससे चमड़े जैसे एक सख्त पदार्थ का निर्माण किया जा सकता है. इसकी खास बात यह है कि ये अंत में बायोडिग्रेडेबल यानी प्राकृतिक तरीके से सड़नशील है.
भले ही चमड़ा पिछले कई दशकों से सबसे टिकाऊ और बहुमुखी प्राकृतिक सामग्रियों में से एक बना हुआ है पर कुछ उपभोक्ता जानवरों से मिलने वाले उत्पादों को पहनने में कतराते हैं. कई लोग इसके नैतिक प्रभाव और पर्यावरणीय स्थिरता पर सवाल उठा चुके हैं. सिंथेटिक पॉलिमर से उत्पादित चमड़े का विकल्प पर्यावरणीय स्थिरता के संदर्भ में बेहतर है और हाल के वर्षों में इसने बाजर में अपनी काफी अच्छी पकड़ बनाई है.
कवक के निर्माण में प्रकाश की आवश्यकता नहीं होती है. यह कचरे को उपयोगी सामग्रियों में परिवर्तित करता है और बढ़ते हुए कवक में जमा करके कार्बन को संग्रहीत करता है. यह प्रक्रिया काफी सरल है और कारीगरों द्वारा न्यूनतम उपकरण और संसाधनों के साथ पूरा की जा सकती है. अंतिम उत्पाद जानवरों के चमड़े की तरह दिखता है और इसमें समान स्थायित्व है.