चीन में कोरोना के आने से 9 महीने पहले ही स्पेन में थी कोरोना की मौजूदगी
स्पेन के वायरोलॉजिस्ट्स को बार्सिलोना के सीवेज से कलेक्ट किये गए पानी में कोरोना वायरस के सैम्पल मिले हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि पानी का यह सैम्पल मार्च 2019 में ही कलेक्ट किया गया था. यानी चीन में इस वायरस के मिलने की शुरुआत होने के 9 महीने पहले. इससे कई सारे सवाल खड़े हो गए हैं.
बार्सिलोना की यूनिवर्सिटी की टीम ने इस साल अप्रैल में वेस्ट पानी की टेस्टिंग शुरू की थी. इस उम्मीद के साथ कि शायद उन्हें कुछ नई जानकारियां मिल जाये. इसी दौरान उन्होंने पुराने इकट्ठा किये गए सैम्पल्स को भी जांचने की सोची. जांच के दौरान जो सामने आया वो बेहद चौंकाने वाला था. इस पुराने कलेक्ट किये गए सीवेज के पानी में कोरोना वायरस मौजूद था. दरअसल स्पेन में कोरोना का पहला केस सामने आने से 41 दिन पहले जनवरी में ही कोरोना वायरस पाए जाने की पुष्टि हुई थी जिसके बाद उन्होंने 2018 से लेकर 2019 दिसंबर तक के सैम्पल्स की जांच शुरू की और अप्रैल 2019 के सीवेज वाटर सैम्पल में कोरोना की मौजूदगी पाई गई.