अब उड़ते हुए डिलीवर होगा आपका खाना, जानिए पूरा मामला
जोमैटो, स्विगी और डूंजो अब आपके सामान की डिलिवरी ड्रोन के जरिए करेगी. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने स्विगी, जोमैटो और डुंजो (Dunzo) को भारत में ड्रोन के माध्यम से सामान डिलीवर करने के लिए ड्रोन टेस्ट करने की अनुमति दे दी है.
जुलाई से शुरू होगा परीक्षण
इन कंपनियों को भारत के चुनिंदा शहरों में ‘बियॉन्ड विजुअल लाइन ऑफ साइट’ ड्रोन के परीक्षण के लिए अनुमति मिल गई है. जुलाई माह के पहले सप्ताह से आप परीक्षण के लिए उड़ रहे ड्रोनों को आसमान में सामान डिलिवर करते हुए देख पाएंगे. डीजीसीए ने पिछले साल अक्टूबर में 34 आवेदकों में से 7 कंपनियों को 2020 में इस प्रक्रिया शुरू करने के लिए चुना है. दुनियाभर में ड्रोन के माध्यम से कमर्शियल डिलिवरी फिलहाल शुरुआती चरण की टेक्नोलॉजी है. बहुत कम ही देशों में इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है.
कोविड-19 बनी बाधा
Throttle Aerospace को मार्च महीने में डुंजो के साथ ड्रोन के परीक्षण की अनुमति मिल गई थी. इसमें बेंगलुरु के बाहरी इलाके में लगभग 120 घंटे की उड़ान की अनुमति दी गई है.
पिछले साल ही जोमैटो ने ड्रोन के जरिए खाने की डिलिवरी करने की घोषणा की थी. ड्रोन डिलीवरी टेक्नोलॉजी का सफलतापूर्वक परीक्षण भी किया जा चुका है. परीक्षण के लिए जोमैटो ने एक हाइब्रिड ड्रोन का यूज किया. इसके माध्यम से 5 किलोमीटर की दूरी 10 मिनट में तय की जा सकेगी. इसकी अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रति घंटा होगी. ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन भी ड्रोन के माध्यम से प्रोडक्ट डिलीवर करने का ऐलान कर चुकी है.