क्या तापमान बढ़ने से कम होंगे कोरोना के मामले
कोरोना की रोकथाम को लेकर तरह-तरह के अनुमान लगाये जा रहे हैं. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि तापमान बढ़ने के साथ-साथ कोरोना के संक्रमण के मामलों में गिरावट आ जायेगी. ऐसा इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है क्योंकि अधिकांश वायरस और बैक्टीरिया अधिक तापमान में अधिक देर तक जीवित नहीं रह पाते हैं. हालांकि अभी तक कोरोना को लेकर ऐसी कोई पुष्टि नहीं की गयी है. यह सिर्फ अनुमान ही लगाया जा रहा है. ऐसे में wordtoword.in ने 10 देशों में कोरोना के मामलों और तापमान का अध्ययन किया. ये आंकड़े आपके सामने हैं. इनमें पांच वैसे देश हैं, जहां कोरोना के मामले सबसे अधिक हैं. इसके अलावा 5 ऐसे देश हैं, जहां के मामले भारत जैसे हैं और भारत भी इसमें शामिल है. यह सिर्फ तुलनात्मक अध्ययन है, wordtoword.in कोई निष्कर्ष पेश नहीं कर रहा है.
6 डिग्री से 20 डिग्री तक सबसे अधिक मामले
इस तुलनात्मक अध्ययन में यह देखने के लिए मिला कि अधिकांश वैसे देश जहां मामले अधिक हैं, वहां का तापमान 6 डिग्री सेल्सियस से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच है. इसके अलावा ऐसे देश जहां कोरोना के मामले कम हैं, वहां के अधिकतर देशों का तापमान या तो 30 डिग्री के करीब है या फिर 0 डिग्री से भी कम है. ये दोनों तापमान वायरस के जिंदा रहने के लिए अनुकूल नहीं हैं. हालांकि कुछ ऐसे देश भी हैं जहां कम आवाजाही के कारण भी मामले कम हैं. हालांकि यह सिर्फ एक अध्ययन है. वैज्ञानिकों के रिसर्च के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी कि कोरोना के कम मामले अधिक तापमान के कारण हैं या कारण कुछ और है.