विश्व स्वास्थ्य संगठन का दावा, गर्म मौसम नहीं खत्म कर सकता है कोरोना वायरस को
विश्व स्वास्थ्य संगठन लगातार कोरोना को लेकर लोगों के भ्रम को दूर करने के लिए जागरूकता फैला रहा है. कोरोना वायरस को लेकर एक दावा किया जा रहा है कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी इसका प्रकोप कम हो जाएगा. अब WHO ने इसे लेकर बड़ा खुलासा किया है. उधर देश के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी WHO के खुलासे का समर्थन किया गया है.
क्या गर्म मौसम में खत्म हो जाएगा वायरस
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक अब तक मौजूद परिस्थितियों का आकलन करने से ये दावा सही नहीं लगता है. कोरोना वायरस किसी भी जगह पर फैल सकता है, चाहे वहां का मौसम गर्म हो या उमस भरा. अभी ऐसा न तो कोई अध्ययन है और न ही कोई तथ्य है, जिसके आधार पर ये अनुमान लगाया जा सके कि गर्म मौसम या उमस भरे मौसम में ये वायरस स्वतः खत्म हो जाएगा. यानी कोरोना वायरस को लेकर अब तक जो भी दावे सोशल मीडिया पर सामने आ रहे हैं, उनमें से ज्यादातर का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है.
WHO के दावे का आधार क्या है?
इसका जवाब विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कुछ दिन पहले जारी किए गए एक सुझाव में छिपा है. ये सुझाव कोरोना वायरस से बचने के लिए गर्म पानी से नहाने को लेकर दिया गया था. इसमें WHO ने स्पष्ट तौर पर बताया था कि गर्म पानी से नहाकर कोरोना वायरस से नहीं बचा जा सकता है. इसके पीछे कारण बताया गया था कि सामान्य इंसान के शरीर का तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस से 37 डिग्री सेल्सियस तक होता है. जब इतनी गर्मी में वायरस शरीर में फैल सकता है तो गर्म पानी से नहाकर इससे बचने या गर्म मौसम में इसके स्वतः खत्म होने का दावा करना गलत है. उल्टा ज्यादा गर्म पानी से नहाने से त्वचा जल सकती है.
गर्म क्षेत्रों में भी सावधानी जरूरी
गर्म मौसम में वायरस के खत्म होने वाले दावे का फैक्ट चेक करने के साथ ही WHO ने उन लोगों के लिए भी अलर्ट जारी किया है जो गर्म अथवा उमस भरे क्षेत्र में रह रहे हैं या उन क्षेत्रों में यात्रा पर जाने वाले हैं. WHO ने इन लोगों को अन्य क्षेत्र के लोगों की तरह कोरोना वायरस से बचने के लिए जरूरी एहतियात बरतने की अपील की है.