क्या है बजट से एक दिन पहले पेश होने वाला आर्थिक सर्वेक्षण
सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण पर पूरे देश की नजर है, क्योंकि बीते कुछ समय से ऐसा कहा जा रहा है कि देश में आर्थिक सुस्ती जैसे हालात हैं.
इस बार की आर्थिक समीक्षा को हल्के बैंगनी रंग के आवरण में प्रकाशित किया गया है. 100 रुपये के नये नोट का रंग भी यही है. समीक्षा में कहा गया है कि संपत्ति का वितरण करने के लिए पहले उसका सृजन करने की आवश्यकता है. इसी संदर्भ में इसमें संपत्ति का सृजन करने वालों को सम्मान दिए जाने की जरूत पर बल दिया गया है.
क्या है आर्थिक सर्वेक्षण
आर्थिक सर्वेक्षण अर्थव्यवस्था की सालाना आधिकारिक रिपोर्ट होती है. इस दस्तावेज को बजट सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में पेश किया जाता है. इसमें भविष्य में बनाई जाने वाली योजानाओं और अर्थव्यवस्था में आने वाली चुनौतियों की सारी जानकारी दी जाती है. इस सर्वेक्षण में देश के आर्थिक विकास का अनुमान होता है. आर्थिक सर्वेक्षण में इस बात की जानकारी दी जाती है कि आगामी वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ेगी या फिर धीमी रहेगी. सर्वेक्षण के आधार पर ही सरकार द्वारा बजट में ऐलान किए जाते हैं, हालांकि इन सिफारिशों को मानने के लिए सरकार कानूनी तौर पर बाध्य नहीं होती है.
समीक्षा के अनुसार, सरकार का दखल प्याज जैसी वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने में अप्रभावी साबित हुआ लगता है. आर्थिक वृद्धि को गति प्रदान करने के लिये समीक्षा में विनिर्माण के नये विचारों की वकालत की गई है. इन विचारों में ‘विश्व के लिये भारत में असेंबल करने का विचार भी शामिल है, जिससे रोजगार सृजन होगा. समीक्षा में बैंकिंग क्षेत्र में बौनेपन की प्रवृत्ति का भी उल्लेख है. आर्थिक समीक्षा में अर्थव्यवस्था तथा बाजार को मजबूत बनाने के लिये 10 नये विचारों की वकालत की गई है.