तो ये थे वाटरलू में नेपोलियन की हार के जिम्मेवार ?
धरती विज्ञान की एक प्रतिष्ठित मैगजीन ‘जियोलॉजी’ में छपे एक शोध के अनुसार सुम्बावा, इंडोनेशिया में 1815 में हुए एक ज्वालामुखी विस्फोट के कारण मौसम काफी खराब हो गया था जो वाटरलू की जंग में फ्रांसीसी शासक की हार की वजह बन गया. इस शोध के अनुसार तेज बारिश के बाद हुए कीचड से नेपोलियन की सेना एक साथ नहीं लड़ पायी और अंत में हार गयी. गौरतलब है कि वाटरलू के युद्ध ने यूरोप के इतिहास की धारा बदल कर रख दी थी. जून 1815 में वाटरलू की लड़ाई से ठीक 2 महीने पहले सुम्बावा में ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था जिसमें 100000 लोगों की मौत हो गयी थी. इसकी वजह से 1816 में गर्मियों का मौसम भी नहीं आया था. शोधार्थियों ने पाया कि ज्वालामुखी विस्फोट से निकले राख के गुबार के चलते वायुमंडल के ऊपरी स्टार में शार्टसर्किट हुआ होगा जो बादल के निर्माण के लिए जिम्मेदार रहा. इन बादलों ने सम्पूर्ण यूरोप में भारी बारिश की जो नेपोलियन की हार की सबसे बड़ी वजह रहा.
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