छोटे, हल्के और प्रदूषण रहित विमानों को बनाने में जुटीं कंपनियां
स्लोवेनिया की स्टार्ट अप कंपनी पिपीस्ट्रेल 2015 से बिजली से उड़ने वाले विमानों का परीक्षण कर रही है. दरअसल ये विमान हल्के और प्रदूषण रहित होते हैं. परंपरागत विमान भारी मात्रा में नाइट्रोजन ऑक्साइड और हानिकारक कण छोड़ते हैं.
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फ्लाइंग टैक्सी की तरह हो सकता है प्रयोग
इस्राएल की स्टार्ट अप कंपनी एविएशन ने एक नौ सीटर प्लेन बनाया है. यह एक चार्जिंग में 1,000 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेगा. 2019 में इसकी पहली टेस्ट फ्लाइट होगी. जर्मन कंपनी लिलियम ने अप्रैल, 2017 में अपनी फ्लाइंग टैक्सी से पहली सफल टेस्ट उड़ान भरी. पांच सीटों वाला यह विमान हेलिकॉप्टर की तरह वर्टिकल टेक ऑफ और लैंडिंग कर सकता है. एक घंटे में यह लंदन से पेरिस की दूरी तय कर सकता है.
हाइब्रिड विमानों के निर्माण की ओर अग्रसर
दिग्गज विमान निर्माता कंपनियां पूरी तरह इलेक्ट्रिक विमान बनाने में हिचक रही हैं. सुरक्षा के मद्देनजर वे हाइब्रिड इलेक्ट्रिक प्रोटोटाइप बनाने का प्रयास कर रही हैं. इसी तरह के एक विमान ई-फैन एक्स में तीन गैस टरबाइन और एक इलेक्ट्रिक मोटर होगी. इसकी टेस्ट उड़ान 2020 में तय की गई है. ब्रिटेन की बजट एयरलाइन्स ईजी जेट ने इको फ्रेंडली होने का एलान किया है. कंपनी अमेरिकी स्टार्ट अप राइट इलेक्ट्रिक के साथ मिलकर 150 सीटों वाला इलेक्ट्रिक विमान बनाना चाहती है. शुरुआती चरण में इमरजेंसी के लिए पारंपरिक इंजन भी तैनात रहेगा. इस समय दुनिया भर में कई कंपनियां 250 से 1,000 किलोमीटर की लंबी दूरी कवर करने के लिए इलेक्ट्रिक प्लेन विकसित कर रही हैं.
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