सावधान धरती से टकरा सकता है चीन का स्पेस स्टेशन
अंतरिक्ष में भेजा गया चीन का पहला प्रोटोटाइप स्पेस स्टेशन धरती से टकरा सकता है. इसे साल 2011 में अंतरिक्ष में भेजा गया था, लेकिन अब पूरी दुनिया के वैज्ञानिक दावा कर रहे हैं, कि चीन का स्पेस स्टेशन शियेंगॉन्ग-वन धरती के लिए एक ख़तरा बन सकता है.
मॉनिटरिंग एजेंसियों का इस बारे में कहना है कि ये अंतरिक्ष स्टेशन 24 मार्च से 19 अप्रैल के बीच धरती पर गिरेगा. बता दें कि इस स्पेस स्टेशन में खतरनाक रसायन भरा हुआ है, जो दुनिया के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है.
ऐसा इसलिए है क्योंकि साल 2016 में ही चीन मान चुका है कि शियेंगॉन्ग-वन की चाल उसके काबू से बाहर हो चुकी है और अब आशंका जताई गई है कि क़रीब साढ़े आठ हज़ार किलो का ये स्पेस स्टेशन धरती के किसी हिस्से से टकरा सकता है. इस बात की भविष्यवाणी पहले अमेरिका की एक एजेंसी ने की थी.
स्पेस स्टेशन में है जहरीली गैस
स्पेस स्टेशन अगर धरती से टकराया तो इसका असर सैकड़ों किलोमीटर लम्बे हिस्से में हो सकता है.सबसे बड़ी बात ये है कि स्पेस स्टेशन में भारी मात्रा में ‘हाइड्रोजीन’ गैस है, ये गैस न केवल ज़हरीली है, बल्कि ज्वलनशील भी है, जिसका फैलना बड़ी तबाही ला सकता है.
वैज्ञानिकों का मानना ये भी है कि स्पेस स्टेशन का ज़्यादातर हिस्सा अब तक जलकर राख हो चुका है.लेकिन कितना हिस्सा बचा हुआ है, इसकी सही जानकारी नहीं है. आशंका है कि स्पेस स्टेशन का 10 प्रतिशत से लेकर 40 प्रतिशत तक हिस्सा अभी भी अंतरिक्ष में है. लेकिन जितना भी हिस्सा स्पेस स्टेशन में बचा है वो धरती की तरफ़ तेज़ रफ़्तार से बढ़ रहा है, जो मलबा बनकर धरती पर फैल सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स में अनुमान है कि ये अतंरिक्ष स्टेशन 43 डिग्री नॉर्थ से 43 डिग्री साउथ लैटिट्यूड के बीच लैंड करेगी. इस लैटिट्यूड एरिया के अनुसार ये स्टेशन उत्तरी चीन, मिडल ईस्ट, सेंट्रल इटली, उत्तरी स्पेन, न्यूजीलैंड, तस्मानिया या दक्षिण अफ्रीका में गिर सकता है.