हर साल देश बदल लेता है यह द्वीप
आज दुनिया भर में कई देशों के पास अपने—अपने छोटे—छोटे द्वीप हैं जिन पर वो अपना नियंत्रण रखते हैं। उन द्वीपों पर जब को दूसरा देश अपना कब्जा जताता है तो युद्ध जैसी स्थिति तक आ जाती है। लेकिन इस दुनिया में एक ऐसा द्वीप भी है जो 6 महीने में अपना देश बदल लेता है। यह दुनिया का एकमात्र ऐसा अनोखा द्वीप है जो पिछले 350 सालों से ऐसा करता आ रहा है और इस पर प्रत्येक 6 माह बाद एक के बाद दूसरा देश शासन करता है। ये देश स्पेन और फ्रांस हैं। यह द्वीप 3000 वर्ग मीटर (लगभग 3200 वर्ग फीट) जमीन वाला है जो अब 1 फरवरी से स्पेन के पास आ चुका है। लेकिन ठीक अगले 6 महीने बाद यह फिर से फ्रांस के पास वापस आ जाएग।सीमा का आखिरी द्वीप दरअसल हेंडेई का फ्रांसीसी बास्क बीच रिसॉर्ट स्पेन देश की सीमा का आखरी शहर है जो रेतीली भूमि वाला है। यहां पर एक बांध के बाद स्पेन का ऐतिहासिक शहर होन्डारिबिया और विशाल इरुन हैं जहां पर बिदासो नदी स्पेन और फ्रांस को अलग करती है। इसके ही मुहाने पर एक फैसेंस नामक द्वीप है जो हर 6 माह बाद इन दोनों देशों के पास आता—जाता रहता है। यह नदी के बीच पेड़ों और छंटाई किए घासों से भरा एक दर्गम शांत द्वीप है। फ्रांस और स्पेन इस द्वीप के लिए फ्रांस और स्पेन के बीच लंबी लड़ाई लड़ी गई और फिर दोनों के बीच इसे लेकर 3 महीने की लंबी बातचीत चली। इसका कारण ये था कि ये तटस्थ क्षेत्र माना जाता है। दोनों देशों की ओर से लकड़ी का पुल तैयार किया गया और दोनों देशों की सेनाएं खड़ी हुई। 3 महीने तक चली इस लंबी वार्ता के दौरान शांति समझौते हस्ताक्षर किये गए। इस समझौते को पाइनीस संधि के नाम से जाना जाता है। इस संधि में क्षेत्र की अदलाबदली की गई और दोनों देशों के इलाकों की सीमाएं तय की गईं। यह संधि शाही शादी के साथ पूरी की गई जिसमें फ्रांस के राजा किंग लुईस XIV ने स्पेन के राजा किंग फिलिप IV की बेटी से शादी की।
हर 6 महीने में शेयर किया जाता है द्वीप इसके साथ ही यह द्वीप दोनों देशों के बीच बंट गया जिसके बाद से इसे हर 6 महीने के लिए शेयर किया जाता है। यह द्वीपी अब 1 फरवरी से 31 जुलाई तक यह स्पेन के पास रहता है और उसके बाद 6 महीनों के लिए इस पर फ्रांस की मिलकियत रहती है।