नयी उम्मीदों का नया साल
एक बार फिर से वह समय आ गया है जब एक साल का अंत हो रहा है और एक नया साल शुरू होने वाला है. लेकिन अगर वास्तव में देखा जाए तो साल का अंत न तो कोई अंत है और न ही शुरुआत, बल्कि यह तो हर पल अपने अनुभव से मिलने वाले विवेक के साथ आगे बढ़ते जाना का समय है. आने वाला साल आपकी जिन्दगी में क्या लेकर आएगा यह पूरी तरह इसपर निर्भर होता है कि आप इसके प्रति कितने आशावान हैं. आज जाते हुए साल की आखिरी रात को तमाम लोग जागते रहेंगे. फर्क बस इतना होगा कि एक आशावान व्यक्ति नए साल को देखने के लिए आधी रात तक जागता रहता है वहीं निराशावादी व्यक्ति पुराने साल के जाने को सुनिश्चित करने के लिए जागता रहता है. ये आपको सुनिश्चित करना है कि आप इन दोनों में से किसका प्रतिनिधित्व करते हैं.
जाहिर है जाते हुए साल के अंत में हम एक नजर पीछे मुड कर देखते हैं और यह जानने की कोशिश करते हैं कि इस पूरे वर्ष हमने क्या खोया क्या पाया. नए साल की शुरुआत में हमने साल भर के लिए जो लक्ष्य तय किये थे उनपर हम कहाँ तक खरे उतरे? जो बीत चुका उसे तो बदल नहीं सकते लेकिन अपने अनुभवों से जो भी खूबियाँ हमने हासिल की हैं और जो खामियां खुद में नजर आ रही हैं उनका लेखा जोखा करते हुए नए सिरे से नए लक्ष्यों को पूरा करने के लिए खुद को सामर्थ्यवान बनाने का यह समय है. इस नए वर्ष को सभी दूसरे वर्षों की तुलना में बेहतर बनायें. आप कुछ ऐसी चीजें करने का सकल्प ले सकते हैं जो आप हमेशा से करना चाहते हैं. आपकी सफलता और आपकी ख़ुशी दोनों ही आपके अन्दर मौजूद है. इस नववर्ष पर इन्हें बनाये रखने का संकल्प लें. आपका नववर्ष शुभ हो!