छात्रों ने बनायीं आम के पत्तों की शराब, मोटापे और डायबिटीज को करेगी कम
जीवाजी यूनिवर्सिटी में हेल्थ सेंटर के छात्रों ने आम के पत्तों से शराब बनाई है। इसमें 8 से 12% तक अल्कोहल होगा। इसके बावजूद यह डायबिटीज की रोकथाम के साथ ही फैट कम करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में कारगर होगी।
शराब को बनाने में 45-50 दिन तक का वक्त लगा। इसे ग्लूकोज, कार्बोहाइड्रेट और पेप्टॉन प्रोटीन के किण्वन से बनाया जाता है। जेयू प्रबंधन अब इसे लोगों तक पहुंचाने के लिए किसी कंपनी के साथ अपने फार्मूले का एमओयू साइन करने का प्रयास कर रहा है।
बीमारियों की रोकथाम में भी मददगार
आम के पत्तों से शराब तैयार करने का फार्मूला जेयू के हेल्थ सेंटर प्रभारी प्रो. जीबीकेएस प्रसाद और शोध छात्रा रुपाली दत्त के साथियों ने तलाश किया है। इसमें आम के पत्तों में पाए जाने वाले मैंगो फेरीन तत्व की महत्वपूर्ण भूमिका है जो तमाम बीमारियों की रोकथाम में मददगार होता है। खास बात यह है कि आम के पत्ते पूरे साल उपलब्ध रहते हैं, जिससे यह शराब किसी भी सीजन में बनाई जा सकती है।
क्यों है शरीर के लिए लाभकारी
आम के पत्तों की शराब में मैंगो फेरीन होता है, इससे डायबिटीज की रोकथाम होती है। शरीर का फैट कम होता है। इसमें एंटी वैक्टीरियल गुण भी होते हैं।
गैलिक एसिड, पैरासिटिन, कैटाइचिन, इपि कैटाइचिन शरीर के उतकों को क्षतिग्रस्त नहीं होने देता।
एस्कॉर्बिक एसिड रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसमें कैल्शियम भी होता है जो हडि्डयों के लिए लाभदायक होता है।