इन पांच टिप्स से मच्छर छोटे बच्चों के आस पास भी नहीं फटकेंगे
गर्मियां शुरू होते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। मच्छरों के कारण मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया और कई संक्रामक रोगों का खतरा रहता है। ऐसे में खुद की और बच्चों की देखभाल करना बहुत जरूरी हो जाता है, क्योंकि इस मौसम में बीमारियां भी तेजी से फैलती हैं। अगर आपके भी घर में छोटे बच्चे हैं तो उन्हें मच्छर के प्रकोप से बचा कर रखें। यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स दे रहे हैं जिससे आप अपने बच्चे को मच्छर से बचा सकते हैं।
घरेलू नुस्खे
कई जड़ी-बूटियां प्राकृतिक रूप से मच्छरों को दूर भगाती हैं। आपने निश्चित रूप से सिट्रोनेला के बारे में सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लहसुन, लेमनग्रास, देवदार, तुलसी, नीलगिरी, लैवेंडर, पेपरमिंट, दौनी, थाइम, प्याज और मैरीगोल्ड्स भी छोटे बगर्स को रोकते हैं? आप अपने बरामदे में और छत पर चारों ओर इन जड़ी बूटियों को लगाकर मच्छरों को घर से दूर कर सकते हैं।
फुल स्लीव्स के कपड़े
प्राकृतिक कीट नियंत्रण का एक अच्छा रूप अपने हाथ और पैर को कवर करना है। जबकि एक मच्छर बहुत पतले कपड़ों के माध्यम से इन्हें रोकना आसान नहीं है बल्कि थोड़े मोटे कपड़े उन्हें रोक देंगे। इसलिए बच्चों के तन को हमेशा ढक कर रखें।
पंखे की लें मदद
यह एक प्राकृतिक कीट नियंत्रण टिप्स है। मच्छरों को हवा से लड़ने में परेशानी होती है। इसलिए जब आप बरामदे में बैठे हों, तो पंखे या ओवरहेड पंखे का उपयोग करने के बारे में सोचें। ऐसे में मच्छरों को आपके और बच्चों के नजदीक आने में परेशानी होगी।
पर्यावरणीय नियंत्रण
अपने यार्ड में रखे पानी को हटा दें, जिससे मच्छरों को प्रजनन से रोका जा सके। यार्ड में रखे पानी में पक्षी स्नान करते हैं और गंदगी भर देते हैं। इसके अलावा घर के आसपास सफाई रखें। अगर कहीं मच्छर पनप रहे हैं तो वहां छिड़काव करें।
मच्छरदानी
मच्छरदानी मच्छरों को भगाता तो नहीं है लेकिन यह आपके बच्चे को मच्छरों से बचाता जरूर है। इससे बेहतर शायद ही कोई और उपाय हो, क्योंकि केमिकल का इस्तेमाल या कोई अगरबत्ती जलाने से जो धुआं निकलता है वो हमारे भी फेफड़ों में जाता है। कई बार बच्चों को इससे परेशानी भी होने लगती है। बारीक जाल वाली मच्छरदानी में मच्छर नहीं घुस पाते हैं। ऐसे में आपका बच्चा मच्छर से सुरक्षित रहता है। इससे किसी तरह की परेशानी भी नहीं होगी।