क्या है सेपक टाकरा जिसमें भारत ने एशियाड में जीता है पहली बार पदक
सेपक टाकरा खेल बॉलीबॉल से काफी मिलता जुलता खेल है. इस खेल में भारत ने एशियन गेम्स के इतिहास में पहली बार पदक (कांस्य) जीता है. सेपक टाकरा दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों का पारंपरिक खेल है. इसमें जिस गेंद का इस्तेमाल किया जाता है वह सिंथेटिक फाइबर की बनी होती है. सेपक टाकरा को खिलाड़ियों को पैर, घुटने, सर और छाती की मदद से खेलना होता है.
सेपक टाकरा भारत के नार्थ इस्ट राज्यों का प्रसिद्द खेल है. इस खेल में बॉलीबॉल, फुटबॉल और जिम्नास्टिक का मिश्रण देखने को मिलता है. इस खेल को इनडोर हॉल में 20 गुना 44 के आकार के प्लेग्राउंड में खेला जाता है. यह खेल दो तरीके से खेला जाता है. पहला टीम इवेंट होता है जिसमें 15 खिलाड़ी होते हैं. दूसरा रेगु इवेंट होता है जिसमें 5 खिलाडी शामिल होते हैं. भारत 2006 से ही एशियन गेम्स में इन खेलों में भाग ले रहा है लेकिन पहली बार उसके हाथ कोई पदक लगा है.
हालांकि इस बार एशियन गेम्स में एक दो नहीं कई इतिहास बनते दिख रहे हैं. फोगट बहनों में से एक विनेश फोगट 50 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त करने वाली पहली महिला भारतीय बन गयी हैं. उन्होंने जापान की युकी आइरी को हराकर यह पदक हासिल किया इससे पहले भी विनेश एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीत चुकी हैं. वहीँ हरियाणा सरकार ने स्वर्ण पदक जीतने वाले बजरंग पूनिया और विनेश को 3 करोड़ का इनाम और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है. निशानेबाज लक्ष्य शौर्य को भी 1.5 करोड़ के साथ ही ग्रुप ए की नौकरी मिलेगी.