फर्जी फेसबुक एड्स के जरिये हो रही है धोखाधड़ी, इन साइट्स से शॉपिंग करने से बचें
आज के वक्त में अधिकतर लोग अपना बहुत सारा समय फेसबुक पर बिताते हैं. खबरों से लेकर कंपनियों के तक के विज्ञापन फेसबुक पर मिल जाते हैं, कुछ सही होते हैं तो कुछ फर्जी. जी, सही पढ़ा आपने, फेसबुक पर आपको सिर्फ फेक न्यूज से सावधान रहने की जरूरत नहीं है, बल्कि फर्जी कंपनियों से भी सावधान रहने की जरूरत है.
फेसबुक पर तमाम ऐसी कंपनियां भी विज्ञापन दे रही हैं, जो असल में हैं ही नहीं या यूं कहें कि फर्जी हैं. ये ठग किसी भी नाम से एक वेबसाइट बनाते हैं और उसका विज्ञापन फेसबुक पर डाल देते हैं. जब आप इन वेबसाइट से कुछ खरीदते हैं तो आपको सब कुछ असली लगता है. आपको तब पता चलता है कि आपसे फ्रॉड हो गया है, जब आपका सामान आपके पास नहीं पहुंचता.
कौन सी है ये फ्रॉड वेबसाइट?
वैसे तो फेसबुक पर तमाम फ्रॉड वेबसाइट के विज्ञापन आते हैं, लेकिन उनमें से एक है sayonafab.in, किसी ने इस वेबसाइट से 10 किलो अल्फांसो यानी हापुस आम के साथ-साथ चौसा आम, क्रैनबेरी, बादाम और खजूर ऑर्डर किए थे. हालांकि, जब तक उन्हें अहसास हुआ कि उनके साथ फ्रॉड हुआ है, तब तक बहुत देर हो चुकी थी. अब कंपनी की वेबसाइट पर दिया गया फोन स्विच ऑफ आ रहा है और वहां दी गई ईमेल आईडी से कोई जवाब नहीं मिल रहा. उन्होंने यूपीआई के जरिए Cashfree@hdfc पर भुगतान किया था. सवाल ये है कि क्या ये नहीं चेक किया जा सकता कि इस यूपीआई आईडी के जरिए पैसे कहां और किसे गए हैं? और अगर चेक हो सकता है तो उसे पकड़ा क्यों नहीं जा सकता?
जब गूगल छाना गया तो पता चला कि ऐसे बहुत से लोग हैं, जिन्होंने इस फ्रॉड वेबसाइट से सामान ऑर्डर किया और ठगी का शिकार हो गए. वैसे तो ये कहने वालों की कमी नहीं है कि अच्छे से देखकर ही ऑर्डर करना चाहिए, लेकिन इतनी बड़ी कंपनी फेसबुक पर कोई विज्ञापन हो तो उसके झांसे में कोई भी आ सकता है. यहां फेसबुक समेत तमाम एजेंसियों की नाकामी दिखती है और कई सवाल खड़े होते हैं. क्या फेसबुक किसी कंपनी की जानकारी चेक किए बिना ही विज्ञापन ले रहा है? क्या उसे अपने यूजर्स के हितों की कोई परवाह नहीं है? अगर ऐसा हो रहा है तो साइबर सेल समेत देश की तमाम एजेंसियां ऐसी वेबसाइट और यहां तक कि फेसबुक पर लगाम क्यों नहीं कस रही हैं? ऐसी शिकायतें होने के बावजूद उस खाते के मालिक को क्यों नहीं पकड़ा जा रहा है, जहां ट्रांसफर होकर पैसे पहुंचते हैं?
कैसे बचें?
sayonafab.in के जरिए बहुत से लोगों से ठगी हो गई है तो हो सकता है आने वाले कुछ दिनों में ये वेबसाइट गायब ही हो जाए, लेकिन ये फ्रॉड रुकेगा नहीं. दरअसल, जो ईमेल आईडी sayonafab.in पर है, वही ईमेल आईडी fabsdeal.in पर भी है. वही तस्वीरें भी हैं और वही सामान बेचा जा रहा है. इसे 2 मई को ही रजिस्टर करवाया गया है. तो मुमकिन है कि आने वाले दिनों में और भी लोगों के साथ फ्रॉड हो. फेसबुक पर किसी भी वेबसाइट का विज्ञापन देखने भर से उस यकीन ना करें, क्योंकि फेसबुक पर विज्ञापनों की विश्वसनीयता चेक करने का कोई तरीका नहीं है. अगर कंपनी जानी-पहचानी ना हो तो सिर्फ आकर्षक डील देखकर कोई भी सामान ना खरीदें. कोरोना काल में कैश ऑन डिलीवरी बहुत ही कम कंपनियां दे रही हैं, इसका भी ठग फायदा उठा रहे हैं.