चीन के अंतरिक्षयान ने मंगल की कक्षा में प्रवेश करने के बाद जारी की पहली तस्वीरें और वीडियो
चीन के अंतरिक्ष यान ‘तियानवेन-1’ (Tianwen-1 Spacecraft of China) ने मंगल की कक्षा में प्रवेश कर लिया है. ये अंतरिक्ष यान मंगल पर पहुंचते ही उसकी सतह पर एक रोवर को उतारेगा. इसके बाद यहां से भूजल और जीवन (China Mars Exploration Mission) के संभावित संकेतों से संबंधित जानकारी एकत्रित करेगा. शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, ‘चीन के प्रोब ‘तियानवेन-1′ ने पृथ्वी से लगभग सात महीने की यात्रा के बाद बुधवार को मंगलवार की कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश किया है.’
Tianwen-1 probe successfully entered orbit around Mars earlier today, completing a key step in 🇨🇳 China’s Mars exploration program. It will conduct multiple orbital corrections to enter Mars parking orbit, surveying potential landing sites in preparation to land in May or June. pic.twitter.com/2O6j91yiph
— Permanent Mission of China in Vienna (@ChinaMissionVie) February 10, 2021
यह दो दिन में दूसरी बार है जब किसी यान ने लाल ग्रह (China Mars Mission update) की कक्षा में प्रवेश किया है. इससे पहले संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) के अंतरिक्ष यान ने मंगलवार को मंगल की कक्षा में प्रवेश किया था. अगले हफ्ते ही अमेरिका (US Mars Mission) अपने रोवर ‘पर्सविरन्स’ को मंगल की सतह पर उतारने का प्रयास करेगा. ये तीनों यान गत जुलाई में प्रक्षेपित किए गए थे. अमेरिका एकमात्र ऐसा देश है जो आठ बार सफलतापूर्वक लाल ग्रह पर पहुंच चुका है.
चीन का सबसे जरूरी मिशन
चीन के लिए यह अब तक का सर्वाधिक महत्वकांक्षी मिशन (China Mars Mission launch) है. अगर सबकुछ योजना के अनुसार चला तो कुछ महीनों में रोवर यान से अलग हो जाएगा और मंगल की सतह पर उतरने का प्रयास करेगा. अगर यह मिशन सफल रहता है तो चीन ऐसा करने वाला दुनिया का दूसरा देश बन जाएगा (Why Mars Mission is Important for China). चीन के ‘तियानवेन-1’ (Tianwen-1) का मतलब ‘क्वेश्चन्स टू हेवेन’ (स्वर्ग से सवाल) है.
बीते साल लॉन्च हुआ था मिशन
मंगल मिशन के तहत यूएई के होप, चीन के तियानवेन-1 और अमेरिका के ‘पर्सविरन्स’ को बीते साल जुलाई महीने में 12 दिनों के भीतर ही लॉन्च भी किया गया था. उस समय इन तीनों देशों ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि यह समय मंगल के लिए धरती से किसी भी मिशन को लॉन्च करने के लिए अनुकूल माना जाता है. यूएई के होप ने मंगलवार को मंगल की कक्षा में प्रवेश किया है. इसे जापान के तानेगशिमा अंतरिक्ष केंद्र (Tanegashima Space Center) से लॉन्च किया गया था. होप मंगल की सतह पर नहीं उतरेगा, ये केवल वहां वातावरण से संबंधित जानकारी एकत्रित करेगा.