दिसंबर से फंड ट्रांसफर की आरटीजीएस प्रणाली करेगी चौबीस घंटे काम, जानिये क्या हैं नए नियम
दिसंबर महीने से बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए बैंक खुलने और बंद होने का इंतजार नहीं करना होगा. भारतीय रिजर्व बैंक ने RTGS को 24 घंटे सातों दिन चालू रखने का ऐलान किया है. आरटीजीएस के तहत न्यूनतम ट्रांसफर अमाउंट 2 लाख रुपये है. RBI ने राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) सुविधा को पिछले साल से 24 घंटे के लिए शुरु कर दिया था.
क्या है RTGS
अगर आप पैसे का लेनदेन करते हैं तो सबसे तेज तरीका RTGS होता है, वैसे तो बहुत तरीके है पैसे किसी और को भेजने के जैसे की NEFT, IMPS आदि. आप इन तरीको से भी पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं, लेकिन इसमें आपको ज्यादा चार्जेज देने पड़ते है और NEFT में आपके पैसे रियल टाइम में ट्रांसफर नहीं होते है इसमें कुछ टाइम लग सकता है मगर RTGS में पैसे रियल टाइम में ट्रांसफर हो जाते हैं.
यह फंड ट्रांसफर का ऐसा तरीका है जिसके द्वारा आसानी से एक बैंक अकाउंट से दूसरे बैंक अकाउंट में पैसे भेजे जा सकते है. RTGS से NEFT की तुलना में तुरंत पैसे भेजे या प्राप्त किये जा सकते है. यानी जैसे ही आप पैसे भेजते है तो तुरंत ही इसकी प्रकिया शुरू हो जाती है और Gross Settlement का मतलब होता है की One on One बेसिस पे सेटलमेंट होता है.
कितना पैसा कर सकते हैं ट्रांसफर-
आरटीजीएस से 2 लाख रुपए या उससे ज्यादा रकम ट्रांसफर की जाती है. हालांकि इसके लिए खास समय निश्चित है. आरटीजीएस का रखरखाव करने वाले रिजर्व बैंक ने हाल ही में आरटीजीएस ट्रांसफर की टाइमिंग में डेढ़ घंटे तक का विस्तार भी किया है.
किस समय कर सकते हैं ट्रांसफर
शुरुआत सुबह 8.00 बजे से
कस्टमर ट्रांजैक्शन 06.00 बजे तक
इंटर-बैंक ट्रांजैक्शंस 07.45 बजे तक
समाप्ति 08.00 बजे.
क्या हैं चार्जेस
समय के आधार पर आरटीजीएस चार्जेस इस प्रकार हैं-
सुबह 8 बजे से 11 बजे तक शून्य 11 बजे से 1 बजे तक 2 रुपए 1 बजे से 6 बजे तक 5 रुपए और 6 बजे के बाद 10 रुपए तक के चार्जेस फंड ट्रांसफर करने पर लगते हैं