9 गुना ज्यादा तेजी से फैल रहा है कोरोना ‘जी614’, जानिये क्या है खतरा
एक रिसर्च के मुताबिक अब पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा लोग ‘जी614’ कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. यह रूप कोरोना के पूर्व रूप ‘डी614’ की तुलना में तीन से नौ गुना ज्यादा तेजी से संक्रमण फैलाता है. मार्च की शुरूआत में इसकी मौजूदगी यूरोप में थी और मार्च के अंत तक यह अमेरिका तक फैल चुका था.
दरअसल इस वायरस के प्रोटीन स्पाइक में बदलाव हुआ है. रूप परिवर्तन ने कोरोना वायरस के प्रोटीन स्पाइक पर असर किया है. स्पाइक वायरस की वह संरचना होती है, जिसका इस्तेमाल करके वह मानव कोशिका में प्रवेश करता है. इसके कारण मानव कोशिकाओं को संक्रमित करने की उसकी क्षमता में सुधार हुआ और वह दुनिया भर में सबसे ताकतवर संक्रमण के रूप में फैल गया.
कहाँ करता है अटैक
संक्रमण का यह नया रूप ‘जी614’ कोविड-19 के मरीजों की ऊपरी श्वास नली में अधिक संक्रमण करता है. जिसका मतलब है कि यह विषाणु नाक, आंखों और नाक के बीच के हिस्से और गले में ज्यादा तेजी से अपनी संख्या बढ़ाता है.
ड्यूक विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने बर्लिन के अस्पतालों में भर्ती 1000 ऐसे मरीजों पर अध्ययन किया, जिन्हें वायरस के इस नए रूप ने संक्रमित किया था. उन्होंने पाया कि नया रूप कोरोना के मूल रूप से ज्यादा खतरनाक नहीं है. इस आधार पर जैसे-जैसे वायरस में म्यूटेशन होगा, उसका संक्रमण तो बढ़ेगा पर वह कमजोर होता जाएगा.