तेजी से बदल रहा है कोरोना वायरस, अब लोगों में दिख रहे हैं ये नए लक्षण
दुनियाभर में जितनी तेजी से कोरोना वायरस के संक्रमण का दायरा बढ़ रहा है, उतना ही इसके लक्षणों में भी बदलाव आ रहा है. आमतौर पर चिकनपॉक्स में पैरों पर दिखने वाला जामुनी रंग का घाव भी कोरोना संक्रमण का एक लक्षण हो सकता है. इटली और स्पेन के विशेषज्ञों ने यह खुलासा किया है. इन दोनों देशों में ऐसे लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए, जिनके अंगूठे में गहरे घाव थे. ये लक्षण खासतौर पर बच्चों और किशोरों में देखे गए. दुनियाभर के देशों में हुई रिसर्च के मुताबिक, पिछले 4 महीने के अंदर कोरोना के 15 से ज्यादा नए लक्षण देखे गए हैं.
ऐसे मामलों की संख्या भी बढ़ रही है जिसमें कोरोना के लक्षणों में बुखार, मांसपेशियों में अकड़न और सांस में तकलीफ जैसी समस्याएं देखने को नहीं मिल रही हैं. संक्रमण की शुरुआत में ही ऐसे बदलाव दिखाई दे रहे हैं जिसे लोग नहीं समझ पा रहे हैं. जैसे गंध महसूस न कर पाना, सिरदर्द, बोलते-बोलते सुध-बुध खो देना, पेट में दर्द और दिमाग में खून के थक्के जमना.
नए मामलों में अब पहले पैर में गहरे रंग का घाव फिर शरीर में खुजली और अकड़न देखने को मिल रही हैं.
पैरों में जामुनी रंग के घाव के मामले बच्चों में अधिक सामने आ रहे हैं.
50 फीसदी कोरोना मरीजों में पेट में दर्द, उल्टी और डायरिया जैसे लक्षण देखे गए हैं.
दक्षिण कोरिया में गंध और स्वाद न पहचान पाना शुरुआती लक्षणों में शामिल हैं.
बोलते-बोलते सुध-बुध खो देना.
बदले-बदले से लक्षण
कोरोना महामारी की शुरुआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन और सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने इसके लक्षणों पर एडवाइजरी जारी की थी. जिसके मुताबिक, बुखार, सांस लेने में तकलीफ, खांसी, सीने में तेज दर्द, चेहरा या होंठ नीला पड़ना, संक्रमण का लक्षण था. लेकिन पिछले 4 महीने में जो मामने सामने आए उसमें कई और लक्षण सामने आए. अब पेट में दर्द महसूस होना, गंध या स्वाद का पता न चलना, लगातार सिरदर्द महसूस होना, पैर में जामुनी रंग का घाव होना जैसे लक्षण भी शामिल हैं. इसलिए इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और डॉक्टरी सलाह लें.