प्रधानमंत्री के लिए आवास से संसद तक बनेगी सुरंग, जानिए पूरा मास्टर प्लान
दिल्ली में बनने वाले नए संसद भवन से प्रधानमंत्री आवास के लिए एक सुरंग बनाई जाएगी. ये सुरंग स्पेशली प्रधानमंत्री के लिए होगी. सुरंग के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास से सीधे संसद भवन पहुंचा जा सकेगा. इसके अलावा कई स्पेशल रूट भी बनाए जाएंगे. इससे ट्रैफिक कंट्रोल, राजनेताओं और नेताओं के वीआईपी कल्चर को खत्म करने में आसानी होगी. ये सुरंग और स्पेशल रूट प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिहाजे से भी बहुत महत्वपूर्ण है. ऐसा बाकी के देशों में भी किया जाता है.
क्या है नए संसद भवन का मास्टर प्लान
इस प्लान के बाद पीएम के साथ चलने वालों का काफिला दूर हो जाएगा क्योंकि उन्हें ऑफिस से घर और बाकी जगहों के लिए सुरंग से आने-जाने की सुविधा दी जाएगी. पीएम के घर को साउथ ब्लॉक के पास और उप-राष्ट्रपति के घर को नॉर्थ ब्लॉक के पीछे स्थानांतरित किया जाएगा. रक्षा कर्मियों के मौजूदा कार्यालयों को हटा दिया जाएगा और उन्हें विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) कार्यालय से बदल दिया जाएगा.
ये दो ब्लॉक, जो कई मंत्रालयों के घर हैं, को एक राष्ट्रीय संग्रहालय में बदल दिया जाएगा. योजना के अनुसार, साउथ ब्लॉक को “1857 तक भारत” के संग्रहालय में बदल दिया जाएगा.
मांगे जाएंगे बेहतर सुझाव
उत्तर और दक्षिण ब्लॉक को हमारे देश का एक भव्य राष्ट्रीय संग्रहालय बनाने का विचार है, लेकिन डिजाइन लगातार नए और बेहतर विचारों के साथ बदले जाएंगे.
जिस फर्म ने एचसीपी डिजाइन का मास्टर प्लान तैयार किया है, उसके मुताबिक सेंट्रल विस्टा या राजपथ में 50,000 से 60,000 सरकारी कर्मचारियों के बीच समायोजन के लिए दस नए भवन बनाए जाएंगे. वर्तमान में, वे राजधानी दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर हैं. इसके लिए नई व्यवस्था की जाएगी.
इस व्यवस्था से प्रति वर्ष 1000 करोड़ रुपये बचेंगे जो किराए पर खर्च किए जाते हैं. उनकी आवागमन को आसान बनाने के लिए भूमिगत शटल सेवाएं प्रदान की जाएंगी. उन्होंने कहा कि इन इमारतों की ऊंचाई ग्राउंड प्लस आठ मंजिलों से 36 मीटर लंबी होगी, जो इंडिया गेट से छह मीटर कम है.
भूमिगत सुरंग को प्रधानंमत्री आवास के सभी भवनों से जाएगा. यह पूरा प्रोजेक्ट वैसे ही बनाने का प्लान है, जैसे दुबई और सिंगापुर के हवाई अड्डे एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक कनेक्ट हैं.