सेहत 2 मिनट | डेंगू को दूर रखता है होमियोपैथी | डॉ राजीव वर्मा
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Episode 33 : डेंगू के बुखार में कई बार लोग इसे सामान्य बुखार समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन कई बार डेंगू को लेकर लापरवाही भारी पड़ जाती है. डेंगू पीड़ित व्यक्ति का प्लेटलेट्स काउंट गिरने लगता है. इस मौसम में मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से डेंगू होता है. डेंगू के मच्छर सुबह के समय लोगों को काटते हैं. जुलाई से लेकर अक्टूबर के बीच डेंगू सबसे ज्यादा फैलता है.
डेंगू की पहचान:
1. डेंगू की शुरुआती स्टेज में रोगी में फ्लू जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं.
2. डेंगू के मरीज को तेज बुखार, चकत्ते, शरीर में तेज दर्द, भूख कम होना, उल्टी आना आदि होता है.
3. डेंगू जब अपनी खतरनाक अवस्था में पहुंचता है तो डेंगू हेमरेजिक फीवर (DHF) बन जाता है, जो जानलेवा भी हो सकता है.
इलाज : डेंगू का उपचार होमियोपथी से भी काफी कारगर तरीके से किया जा सकता है. होमियोपैथी में कई ऐसी दवाएं भी हैं, जिनकी मदद से डेंगू को होने से ही रोका जा सकता है. इलाज के बारे में जानने के लिए देखें यह वीडियो.