दूसरे नेटवर्क पर कॉल के लिए क्यों लग रहा है एक्स्ट्रा चार्ज, यहां जानिए पूरा मामला
रिलायंस जियो ने ऐलान किया है कि वह अपने ग्राहकों से दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने पर 6 पैसे प्रति मिनट के हिसाब से चार्ज करेगी. वजह यह है कि ट्राई आईयूसी के तहत 6 पैसे प्रति मिनट चार्ज करती है इसलिए कंपनी अब यह चार्ज ग्राहकों से लेगी. पर ये आईयूसी क्या है जिसकी वजह से कंपनी ने ऐसा फैसला किया, आइये जानते हैं-
क्या है IUC–
आईयूसी यानी इंटरकनेक्ट यूज़ेज चार्ज एक तरह का चार्ज होता है जो कि किसी एक नेटवर्क ऑपरेटर द्वारा दूसरे नेटवर्क ऑपरेटर पर यूज़र द्वारा कॉल किए जाने की एवज में दिया जाता है. ट्राई ने इसे 6 पैसे प्रति मिनट पर फिक्स कर रखा है. अब अगर इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल में एक सिमिट्री होती है तो आईयूसी बैलेंस्ड होता है इसलिए कोई दिक्कत नहीं आती है.
जियो को हो रहा नुकसान
भारत में स्थिति बिल्कुल अलग है. जियो के 100 फीसदी कस्टमर्स 4जी यूज़र्स है जो कि पहले दिन से ही फ्री वॉयस कॉल की सुविधा पा रहे हैं पर दूसरे नेटवर्क ऑपरेटर्स के अभी भी करीब 35 करोड़ 2जी यूज़र्स हैं जिनको आउटगोइंग वॉयस कॉल के लिए भारी चार्ज देने पड़ते हैं. इसकी वजह से वे कॉल करने के बजाय मिस्ड कॉल देते हैं. ऐसे में कंपनी को आईयूसी चार्जेज के रूप में काफी बड़ी रकम चुकानी पड़ती है.
जियो नेटवर्क पर रोज़ाना 25 से 30 करोड़ ऐसे मिस्ड कॉल्स आते हैं. इसकी वजह से पिछले तीन सालों में जियो ने 13000 करोड़ रुपये का भुगतान दूसरे नेटवर्क ऑपरेटर्स को किया है.
जियो कस्टमर्स को क्या आएंगी दिक्कत
अभी तक के सारे रिचार्ज प्लान वैसे ही रहेंगे. लेकिन 10 अक्टूबर से बाद से रिचार्ज कराने वाले यूज़र को दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने के लिए एक टॉपअप रिचार्ज वाउचर भी लेना होगा. जियो ने यह भी विश्वास दिलाया है कि जैसे ही ट्राई आयूसी चार्ज़ेस को खत्म कर देगा वैसे ही टॉपअप का बचा हुआ बैलेंस कस्टमर्स को वापस कर दिया जाएगा.