दांतों को चमकाने के नाम पर उन्हें कमजोर बना रहे हैं टूथपेस्ट
आजकल आपको टीवी पर एक से बढ़कर एक टूथपेस्ट के विज्ञापन देखने को मिलेंगे जो ब्रश करते ही आपके दांतों को मोतियों की तरह चमकाने का दावा करते हैं. आखिर इन टूथपेस्ट में ऐसा क्या होता है जिनसे ये आपके दांतों को चमकाते हैं. क्या ये दांतों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते? असलियत तो यह है कि दांतों को चमकाने के नाम पर ये टूथपेस्ट आपके दांतों से उसका सुरक्षा कवच छीन लेते हैं. जानिये कैसे होता है ये सब-
चार अलग अलग ऊतकों से बनने वाले दांत इंसान के शरीर में सबसे मजबूत संरचना हैं. इन ऊतकों को पल्प, डेन्टिन, इनैमल और सीमेंटम कहा जाता है. पल्प दांत का सबसे भीतरी हिस्सा होता है. पल्प के साथ तंत्रिका कोशिकाएं और रक्त वाहिकाएं जुड़ी होती हैं. खून का बहाव मसूड़ों व दांतों को स्वस्थ रखता है. तंत्रिका कोशिकाएं चबाने के लिए जरूरी दबाव पैदा करने में मदद करती हैं.
दांत सफेद करने वाले टूथपेस्ट टूथ इनैमल पर हमला करते हैं. कई टूथपेस्टों में ऐसे केमिकल होते हैं जो इनैमल को क्षतिग्रस्त करते हैं. बाहरी कवच के घिसने से दांत बेहद खुरदरा हो जाता है. बाहरी परत के घिसने के बाद दांतों चाय, कॉफी या वाइन आदि के धब्बे जल्दी लगने लगते हैं. दांत ज्यादा फीके दिखने लगते हैं.
इसलिए डॉक्टर भी चेतावनी देते हैं कि दांत सफेद करने वाले टूथपेस्ट का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करने से दांतों को फायदे कम और नुकसान ज्यादा पहुंच सकता है. दांत चमकाने के लिए घर में की जाने वाली ब्लीचिंग भी बहुत फायदेमंद नहीं है. ब्लीचिंग जेल में दांत साफ करने के लिए जरूरी तत्व बहुत कम मात्रा में होते हैं.
दांतों को चमकाने के बजाए स्वथ्य रखना ज्यादा अहम है. लिहाजा समय समय पर मसूड़ों की मालिश, हर बार खाना खाने के बाद अच्छे से मसूड़ों को रगड़ते हुए कुल्ला करना आसान और कारगर उपाय हैं. दांतों में परेशानी होने पर डेन्टिस्ट के पास जाना चाहिए. यह तरीका भले ही थोड़ा खर्चीला हो लेकिन दांत की असहनीय पीड़ा से बचा सकता है.