साहिर लुधियानवी के गानों की निजी डायरी मिली कबाड़ की दुकान पर, लगेगी प्रदर्शनी
मैं पल दो पल का शायर हूं…, कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है… जैसे सदाबहार गीत लिखने वाले मशहूर शायर और गीतकार साहिर लुधियानवी की बेशकीमती हस्तलिखित पत्र, डायरियां, नज्में और ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरें मुंबई के जुहू में एक कबाड़ी की दुकान से मिलीं. इन डायरियों में उनके रोजाना के कार्यक्रम जैसे गाने की रिकार्डिंग के लिए वे कहां जाएंगे और अन्य निजी बातें आदि हैं.
इस कागजों में कई नज्में और नोट भी हैं. उस दौर के संगीतकार रवि, उनके दोस्त हरबंस द्वारा उन्हें लिखे गए पत्र भी हैं. ये पत्र अंग्रेजी और उर्दू में हैं. संगठन ने 3 हजार रुपए में ये सारी चीजें खरीद ली हैं और अब उनके संरक्षण और अभिलेखों की प्रदर्शनी लगाने का विचार कर रही है.