क्रिकेट में धोनी के फ्यूचर पर सवाल उठाने वालों को सिलेक्शन कमिटी चीफ का जवाब
पिछले काफी समय से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की चयनसमिति पर दूरदर्शी नहीं होने के आरोप लगते रहे हैं. ऐसे में बीसीसीआई के सिलेक्शन कमिटी के चीफ एमएसके प्रसाद ने महेंद्र सिंह धौनी को लेकर कुछ अहम बातें कही हैं, और इन आलोचनाओं का भी जवाब दिया है. प्रसाद का मानना है कि अगर ऐसा होता तो जसप्रीत बुमराह टेस्ट स्तर पर शानदार प्रदर्शन नहीं कर पाते और हार्दिक पांड्या जैसा खिलाड़ी टी20 से उभरकर टेस्ट क्रिकेटर नहीं बन पाता.
महेंद्र सिंह धौनी को टीम में रखने के लिए मध्यक्रम के संतुलन से समझौता किये जाने जैसी आलोचनाओं को लेकर उन्होंने कहा, ‘अगर शुरू में विकेट गंवाने के बाद हम विश्व कप सेमीफाइनल (न्यूजीलैंड के खिलाफ) जीत जाते तो फिर जडेजा और धौनी की पारियों को सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक गिना जाता.’ उन्होंने कहा, ‘मैं साफ तौर पर कह सकता हूं कि आज तक धौनी सीमित ओवरों में भारत का बेस्ट विकेटकीपर और फिनिशर हैं. विश्व कप में विकेटकीपर और बल्लेबाज के रूप में धौनी टीम के लिए बड़ी ताकत थे.’
साथ ही उन्होंने यह भी कहा ‘अगर समिति में दूरदर्शिता की कमी होती तो फिर जिस जसप्रीत बुमराह को केवल सीमित ओवरों का क्रिकेटर माना जाता था वो कैसे टेस्ट क्रिकेट में आ पाता और वो आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक टेस्ट गेंदबाज बना.’ प्रसाद ने कहा, ‘अगर हम दूरदर्शी नहीं थे तो फिर हार्दिक पांड्या कैसे सभी फॉरमैट में ऑलराउंडर की भूमिका बखूबी निभाता जबकि पहले उन्हें भी केवल टी20 खिलाड़ी माना गया था.’