बाघ दिवस: बाघों की सुरक्षा करने के लिए जंगली कुत्तों को किया गया सम्मानित
बाघ दिवस के मौके पर मध्य प्रदेश में बाघों की सुरक्षा कर रहे जासूसी कुत्तों को डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया और एनजीओ ट्रैफिक ने सम्मानित किया है। सतना के निरमान नाम के कुत्ते को पहला पुरस्कार मिला जबकि मैना (इंदौर) का स्थान दूसरा रहा। निरमान छह बाघ समेत 35 से ज्यादा मामले सुलझाने में मदद कर चुका है। इनमें कई वन्यजीव अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ अवैध बाघों के शवों की बरामदगी और बाघों की बरामदगी भी शामिल है।
ऐसी सुरक्षा में महारत हासिल करने के लिए निरामन ने अपने संचालकों के साथ 2016 में नेशनल ट्रेनिंग सेंटर फॉर डॉग्स (एनटीसीडी), बीएसएफ अकादमी, ग्वालियर में नौ महीने के कठोर प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया। जबकि मैना ने भी 18 केस सुलझाने में मदद की है। इनमें कई वन्यजीव अपराधियों की गिरफ्तारी और बाघ के पंजे, दांत और शरीर के अन्य अंगों को जब्त करना शामिल है।
रनर अप स्निफर डॉग मैना को 2015 में स्पेशल आर्म्ड फोर्सेस भोपाल की 23वीं बटालियन में प्रशिक्षित किया गया था। वहीं ग्वालियर में प्रशिक्षित असम के बिश्वनाथ वन्यजीव प्रभाग के वन्यजीव स्निफर डॉग क्वार्मी ने विशेष पुरस्कार जीता।