क्या आप गोद लेना चाहेंगे शेर को, जानिये क्या है इसकी प्रक्रिया
आने वाले दिनों में लोग अपनी पसंद के वन्यजीवों को गोद ले सकेंगे। यह योजना व्हाइट टाइगर सफारी एंड जू में मौजूद वन्यजीवों पर लागू होगी। प्रस्ताव के मुताबिक वन्यप्राणी अंगीकार योजना में वह लोग शामिल हो सकेंगे, जो वन्यजीवों के भोजन आदि पर होने वाले खर्च को बहन करेंगे।
सफारी प्रबंधन की ओर से वन्यप्राणियों के भोजन और रख-रखाव पर होने वाले व्यय का आकलन प्रस्ताव के साथ सरकार को भेजा गया है। जिसपर अंतिम निर्णय राज्य शासन को ही करना है।
फीस में मिलेगी छूट
वन्यप्राणियों को गोद लेने वालों को सफारी प्रबंधन कुछ सुविधाएं देगा। मसलन ऐसे लोग समय-समय पर अपने परिवार जनों, अतिथियों को लेकर सफारी और जू का भ्रमण करा सकेंगे, उनको तय शुल्क में छूट रहेगी। कोई भी व्यक्ति एक माह से लेकर एक वर्ष तक के लिए वन्यप्राणी अंगीकार योजना का सदस्य बन सकेगा, यह उस व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर होगा।
किस वन्यजीव पर कितना खर्च
प्रजाति वार्षिक दैनिक
टाइगर 4 लाख 14 हजार 1150 रुपए
लायन 4 लाख 14 हजार 1150 रुपए
तेंदुआ 1 लाख 65600 450 रुपए
भालू 1 लाख 8 हजार 300 रुपए
थामिन डियर 90 हजार 250 रुपए
चीतल 36 हजार 100 रुपए
कृष्ण मृग 36 हजार 100 रुपए
चिंकारा 36 हजार 100 रुपए
हॉग डियर 36 हजार 100 रुपए
सांभर 90 हजार 250 रुपए
नील गाय 90 हजार 250 रुपए
बारहसिंगा 90 हजार 250 रुपए
गौर 3 लाख 800 रुपए
भेंड़की 20 हजार 60 रुपए
जंगली सुअर 54 हजार 150 रुपए