सेहत से जुडी भ्रामक जानकारी देने वालों का फेसबुक कर रहा है इलाज
फेसबुक पर आपने अकसर स्वास्थ्य, पोषण, उपचार, मोटापा घटाने और वजन कम करने जैसी पोस्ट देखी होंगी. कई पोस्ट तो ऐसी होती हैं जो पांच दिन में 20 किलो वजन कम करने जैसे दावे करती हैं. साथ ही ”पांच चीजें जिन्हें करने से कैंसर ठीक हो जाएगा” जैसी स्वास्थ्य से जुड़ी भ्रामक पोस्ट अब फेसबुक पर देखने को कम मिलेंगी. लोग फेसबुक पर पोषण, फिटनेस और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं की बात करते हैं लेकिन लोगों को उनके स्वास्थ्य के बारे में सही जानकारी देने के लिए फेसबुक ने फैसला किया है कि स्वास्थ्य से जुड़ी हुई सनसनीखेज और गलत जानकारी वाली सामग्री को फेसबुक से हटाया जाएगा. फेसबुक के न्यूज फीड में आने वाली सामग्री की गुणवत्ता में सुधार के लिए किए जा रहे प्रयासों में यह एक और कदम है. इस तरह की सनसनीखेज और गलत जानकारी पूरे समुदाय के लिए सही नहीं है और लोग भी इसे पसंद नहीं करते हैं.
इसके लिए फेसबुक ने जून में ऐसी पोस्ट्स को दो हिस्सों में बांटा है. पहला, ऐसी पोस्ट जो बढ़ा-चढ़ाकर लिखी गई हों और इनमें भ्रामक दावे किए गए हों. पांच दिन में 20 किलो वजन कम कर लेने वाली पोस्ट इसका उदाहरण है. दूसरा, ऐसी पोस्ट जो स्वास्थ्य के बारे में अलग-अलग दावे कर अपने उत्पादों को बेचने की कोशिश करते हैं.
फेसबुक पहले भी ऐसी कार्रवाई करता रहा है. पहले फेसबुक ने क्लिकबेट हैडिंग वाले सनसनीखेज सामग्रियों को हटाया था. क्लिकहेट हैडिंग मतलब ऐसी हैडिंग जो अपने आप में सनसनीखेज हो लेकिन उस लिंक में दी गई सूचना तथ्यात्मक रूप से हैडिंग से नहीं मिलती हो. साथ ही किसी भी उत्पाद के लिए किए जा रहे प्रचार में अगर भ्रामक दावे किए गए तो इसको न्यूज फीड से हटा दिया जाएगा या इसकी पहुंच बेहद कम कर दी जाएगी. फेसबुक कम गुणवत्ता वाली सामग्री को हटाता रहेगा.
फेसबुक पेजों पर इसका क्या असर होगा
फेसबुक के एल्गॉरिदम में छोटा सा भी बदलाव होने पर फेसबुक पेजों की पहुंच पर गंभीर असर होता है. डिजिटल माध्यमों पर काम कर रही न्यूज वेबसाइटों सहित सभी फेसबुक पेज कई बार फेसबुक एल्गॉरिदम में होने वाले नुकसान का सामना करते हैं. हालांकि फेसबुक का इस मामले में कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि अधिकतर पेजों के सामान्य न्यूज फीड के वितरण में कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. सिर्फ स्वास्थ्य को लेकर भ्रामक और सनसनीखेज दावे कर रही पोस्ट का वितरण कम हो जाएगा यानी ऐसी पोस्ट कम लोगों को दिखाई देगी. अगर कोई पेज जो पहले ऐसी पोस्ट करता रहा है लेकिन वो अब अपनी सामग्री में सुधार कर सनसनीखेज और भ्रामक दावों को हटा देता है तो उसकी पहुंच में कोई असर नहीं पड़ेगा.
हालांकि फेसबुक की इस बात के लिए अकसर आलोचना होती रही है कि वो अपने यूजर्स को बिना जानकारी दिए एल्गॉरिदम में परिवर्तन कर देता है जिसका नुकसान यूजर्स को उठाना पड़ता है. कई सारी वेबसाइटों के लिए अपने यूजर्स तक पहुंचने का एक बड़ा जरिया फेसबुक है. ऐसे में फेसबुक और यूजर्स को अपने हितों को देखते हुए अपना काम करना होगा.