जगन्नाथ यात्रा: साड़ियाँ और फूल बिछाकर किया जाएगा भगवान का स्वागत
भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा 4 जुलाई को शुरू होगी। इस साल भी ओडिशा के जगन्नाथ पुरी और अहमदाबाद समेत देशभर में बड़ी संख्या में लोग इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। पुरी में जहां रथयात्रा का स्वागत परंपरागत तरीके से फूलों से किया जाएगा, वहीं अहमदाबाद के सिद्धिविनायक मंदिर से निकाली जाने वाली रथयात्रा का नजारा कुछ अलग होगा।
यहां इस बार 17 किमी लंबी रथयात्रा निकाली जाएगी। साथ ही पहली बार रथयात्रा की राह में एक लाख साड़ियां बिछाई जाएंगी। ये साड़ियां मंदिर आने वाले नवदंपतियों को प्रसाद के रूप में भेंट की जाएंगी।
50 हजार साड़ियों को बिछाकर रिहर्सल की गई
गुजरात में सिद्धि विनायक मंदिर से निकलने वाली रथयात्रा के दौरान भगवान के स्वागत के लिए रविवार काे यात्रा मार्ग पर 50 हजार साड़ियों को बिछाकर रिहर्सल की गई। भगवान जगन्नाथ का रथ इस मार्ग से जब गुजरेगा, तब रथ के आगे-आगे साड़ियां बिछाई जाएंगी। आस-पास के गांव वालों ने भी साड़ियों का दान किया है।
दरअसल, कुछ दिनों पहले गणपति के इस मंदिर में देवी अर्बुदा की प्राण-प्रतिष्ठा की गई थी, तब मंदिर प्रशासन को 10 हजार साड़ियां दान में मिली थीं। चूंकि रथयात्रा के साथ माताजी की सवारी भी निकाली जाएगी, इसलिए रथयात्रा के मार्ग पर साड़ियां बिछाई जाएंगी। इसके अलावा, गुजरात के डांग जिले से 150 आदिवासी नर्तकों का एक दल अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन करेगा।
50 साल पहले पुष्पहार से होता था स्वागत, अब आता है लाखों का चढ़ावा : अहमदाबाद में 2020 से भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलराम को तीन बार ममेरा (मामा पक्ष का उपहार) दिया जाएगा। अभी दो बार ही दिया जाता है। अगले साल से साधू-संत भी भगवान को ममेरा अर्पित करेंगे। 50 साल पहले रणछोड़ मंदिर से ममेरा देने की शुरूआत हुई थी। तब रथयात्रा का स्वागत सिर्फ पुष्पहार से होता था। अब लाखों रुपए का ममेरा चढ़ाया जाता है।