DU Admissions: इस टूल से होगा फैसला आप एडमिशन के योग्य हैं या नहीं
दिल्ली विश्वविद्यालय इस बार कॉलेजों के लिये छात्रों की दाखिला प्रक्रिया आसान करने जा रहा है. आवेदन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद मंगलवार को कॉलेजों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में उन्हें एलिजिबिलिटी चेक टूल (अर्हता जांचने की सुविधा) के बारे में बताया जाएगा. इससे कॉलेजों को यह जांचने में आसानी होगी कि कोई छात्र संबंधित विषय में दाखिले के लिये योग्य है या नहीं. हालांकि यह बेस्ट फोर कैलकुलेटर नहीं है.
उदाहरण के लिए अगर छात्र को केमेस्ट्री ऑनर्स में दाखिला लेना है. तो इस टूल में उसकी योग्यता से संबंधित सभी मानक हैं. जैसे ही कॉलेज संबंधित छात्र के आवेदन को उस टूल पर चेक करेगा, वह बता देगा कि छात्र इस विषय की निर्धारित योग्यता पूरा करता है कि नहीं.
पहली बार प्रयोग :
यह व्यवस्था कॉलेजों के समक्ष डीयू पहली बार लाने जा रहा है. कॉलेज में दाखिला प्रक्रिया आसान करने के लिये यह व्यवस्था की गई है. हालांकि कॉलेज इस व्यवस्था को मानने को बाध्य नहीं हैं.
छात्रों के अंकों की भी जानकारी सौंपेगा :
डीयू जो डाटा कॉलेजों को देगा उसमें पहले से कई श्रेणियां बनाकर देगा, जिससे कटऑफ तय करने में कॉलेजों को आसानी हो. इसके लिये 90-95 फीसदी और 95-100 फीसदी अंक पाने वाले छात्रों की भी जानकारी अलग से देगा, ताकि कटऑफ तय करने में किसी तरह की परेशानी न हो.
कितनी सीटें खालीं डैश बोर्ड पर जान पाएंगे छात्र :
डीयू में कितनी सीटें कॉलेजों में भर गई हैं और कितनी खाली हैं इसकी जानकारी भी न केवल कॉलेजों की वेबसाइट पर बल्कि हर छात्र के डैश बोर्ड पर भी होगी. इससे छात्रों को दाखिले के लिये कॉलेज चुनने में आसानी होगी. हालांकि नियमत: यदि निर्धारित संख्या से अधिक छात्र भी कॉलेज के संबंधित विषय में होंगे, तो कॉलेज को उन सभी छात्रों को दाखिला देना होगा.
एक कटऑफ में एक बार ही दाखिला रद करा पाएंगे :
प्राय: एक कटऑफ में छात्र मनचाहा कॉलेज नहीं मिलने पर एक से दो बार दाखिला रद करा देते थे. लेकिन इस बार डीयू ने स्पष्ट किया है कि एक कटऑफ के तहत एक बार ही दाखिला रद करा पाएंगे. डीयू ने इस बार केवल पांच कटऑफ की तिथि घोषित की है.
सभी बैंक से भुगतान :
अब छात्रों को पेमेंट के लिये सहूलियत दी गई हैं. वह किसी भी बैंक से डीयू दाखिला के समय भुगतान कर सकते हैं. इसके अलावा यदि छात्र दाखिला कैंसिल कराकर दूसरे कॉलेज में दाखिला लेता है और वहां फीस कम है तो बची फीस फिर से छात्र के खाते में आ जायेगी.