जून में ही क्यों मनाते हैं समलैंगिकों का प्राइड मंथ
प्राइड मंथ ऑफ़ जून, आज के दिन प्राइड डे को सेलिब्रेट करते हुए हमे 50 साल हो गए है, यही नहीं इसे World Pride Day भी कहा जाता है
जून का ये महीना एक खास मोके के लिए चुना गया है LGBT Pride Month स्टोनवाल में होने वाले LGBT रेवोलुशन जून(June) 1969 के आख़री संडे ख़तम हुआ था, परिणाम स्वरुप LGBT लोगो को इस दुनिया में पहचान मिली।
जून के आखरी संडे को पूरा विश्श्व Gay Pride Day बड़ी धूम-धाम और ज़ोरो-शोरो से मनाता है, इसमें भारत,कनाडा,इंग्लैंड,फ्रांस जैसे कई देश शामिल है।
उस दौर के राष्ट्रपति बिल क्लिंटन जून के महीने को ”Gay & Lesbian Pride Month” घोषित कर दिया था। यह दुनिया में अपने आप में बहुत बड़ा दिन है, ”Right to Equality” जो की हमारा जनम सिद्ध अधिकार है, LGBT Communityको इसके लिए एक बहुत बड़ा आंदोलन लड़ना पड़ा।
नेशनल कमिंग आउट डे
जून के महीने को नेशनल कमिंग आउट डे भी कहा जाता है। इसका कारण यह है कि जून के इसी महीने में LGBT Community, Gay, Lesbien ने अपने घर से बाहर निकल कर अपनी आवाज़ बुलंद कर एक जुट होके समाज के खिलाफ जंग लड़ी और इसे Pride Day में तब्दील कर दिया।