आपके हाथ का मोबाइल कब बन जाता है मौत का सामान

ये कुछ घटनाएं हैं.
- यह घटना हरियाणा के भिवानी की है, जिस में रामकेश नामक व्यक्ति की जेब में रखे मोबाइल की बैटरी फट गई और वह जख्मी हो गया. रामकेश किसी काम से कस्बे की तहसील में पैदल जा रहा था. जैसे ही वह तहसील कार्यालय के पास स्थित सर्विस स्टेशन के पास पहुंचा. एकदम धमाका हुआ. उस के पैंट की जेब में रखे मोबाइल की बैटरी फट गई. जिस की वजह से जलने से शरीर पर गंभीर घाव हैं.
- कुछ इसी तरह बड़वानी जिले के ग्राम टेमला में मोबाइल की बैटरी फटने से 13 वर्षय संजय घायल हो गया. घटना में उस की उंगली कट गई साथ ही चेहरा भी झुलस गया.
- एक घटना तमिलनाडु के मधुरंथगम गांव की है. जहां एक 9 साल का बच्चा फोन उठाने गया तो फोन की बैटरी अचानक फट गई, जिस की वजह से उस की आंखों की रोशनी चली गई और हाथ व चेहरा झुलस गया.
क्यों फटती है बैटरी
मोबाइल फोन की बैटरी अकसर ज्यादा चार्ज करने की वजह से फटती है, ज्यादा चार्ज करने से फोन के मदर बोर्ड पर असर पड़ता है और फोन गरम हो जाता है. चार्जिंग के दौरान इस्तेमाल करने से भी बैटरी पर असर पड़ता है. कई बार अत्यधिक गरम व ठंडे तापमान का असर भी बैटरी को प्रभावित करता है जिस की वजह से बैटरी के फटने की संभावना बढ़ जाती है. कुछ लोग फोन को चार्जिंग पर लगा कर घंटों छोड़ देते हैं, जिस की वजह से बैटरी जरूरत से ज्यादा चार्ज हो जाती है और अचानक फट जाती है.
किन कारणों से बैटरी होती है डिस्चार्ज
- ब्लूटूथ का बटन हमेशा औन रखने से फोन की बैटरी जल्दी डिस्चार्ज होती है. वाईफाई, जीपीएस और इंफ्रारेड जैसे फीचर्स भी बैटरी कम करते हैं. अगर इन की आवश्यकता न हो तो बंद कर दें.
- स्क्रीन का ब्राइटनेस बढ़ाने से हमें चीजें तो साफसाफ दिखती हैं लेकिन इस की वजह से फोन की बैटरी की खपत ज्यादा होती है.
- फोन को ज्यादा समय तक वाइब्रैशन मोड पर रखने से भी बैटरी खत्म होती है इसलिए हर समय फोन वाइब्रैशन मोड पर रखने के बजाय जब जरूरत हो तभी रखें.
- स्क्रीन डिस्प्ले व लाइव वौलपेपर लगाने की वजह से भी बैटरी जल्दी खत्म होती है.
- ज्यादा गेम खेलने और इंटरनैट का इस्तेमाल करने से भी फोन में बारबार चार्जिंग की जरूरत पड़ती है.
किन बातों का ध्यान रखें
चार्जिंग के दौरान फोन का इस्तेमाल न करें:
जब फोन को चार्ज पर लगाएं तब इस्तेमाल करने से बचें. तकनीकी तौर पर इसे पैरासाइटिक चार्जिंग कहा जाता है. इस से बैटरी पर दबाव पड़ता है. जिस के कारण बैटरी फुल चार्जिंग साइकिल में नहीं पहुंच पाती है. नतीजतन बैटरी को नुकसान होता है. अगर आप इस समय फोन रिसीव करना चाहते हैं तो फोन उठाने से पहले चार्जर से जरूर निकाल लें.
जरूरत से ज्यादा चार्ज न करें:
हीट लिथियम इयौन बैटरी का दुश्मन होता है. लिथियम इयौन का इस्तेमाल अधिकांश स्मार्टफोन में किया जाता है. ज्यादा हीट का प्रभाव पड़ने पर बैटरी फटने की संभावना रहती है. आप को छोटीछोटी बातों का ध्यान रखना होगा, जैसे फोन वैसी जगह पर ना रखें, जहां सूर्य की ज्यादा रोशनी पड़े, चार्जिंग के दौरान ग्राफिकल वाले गेम न खेलें क्योंकि ये तापमान को बढ़ाने के साथसाथ बैटरी को नुकसान पहुंचाते हैं.
किसी भी चार्जर का इस्तेमाल न करें:
ऐसा हमेशा होता है कि हमें जो चार्जर मिलता है हम उसी से चार्ज कर लेते हैं लेकिन यह गलत है. एक्सपर्ट का कहना है कि फोन को हमेशा उसी चार्जर से चार्ज करना चाहिए जिस कंपनी का फोन हो. और हां चार्जर खराब होने पर कोई भी चार्जर खरीदने के बजाय हमेशा ओरिजनल चार्जर ही खरीदना चाहिए.
रात भर चार्ज पर न लगा रहने दें:
कई लोग ऐसे होते हैं जो फोन को रात भर चार्ज करते हैं. पर जरूरत से ज्यादा चार्ज करने से बैटरी की लाइफ कम होती है और जल्दी खराब होने की संभावना बढ़ जाती है. इसलिए अगर आप चाहते हैं कि आप की बैटरी जल्दी खराब ना हो तो चार्ज पूरा होने पर चार्जर निकाल दें.
कुछ जरूरी टिप्स
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हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें।- हमेशा यह ध्यान रखें कि फोन में बैटरी सेवर ऐप का इस्तेमाल करें. ऐप का नाम सुन कर आप सोच रहे होंगे कि ऐप को डाउनलोड करने की झंझट होगी, लेकिन इसे आप को डाउनलोड करने की जरूरत नहीं है, यह आप के फोन में पहले से ही होता है. बस आप को इनेबल करना होता है.
- कभी भी सस्ता देख कर फोन ना खरीदें, इस में सस्ती बैटरी का इस्तेमाल किया जाता है, जिस की फटने की संभावना ज्यादा होती है. हमेशा फोन खरीदने से पहले फीचर जरूर देखें.
- अगर आप का फोन पानी में गिर जाए तो एक दम से उसे चार्ज पर न लगाएं. पहले उसे सूखने दें. पर यह नहीं कि सूरज की रोशनी में सुखाएं. हो सके तो सर्विस सेंटर में ले जाएं. वे बैटरी को कैमिकल तरीके से सुखा देंगे.
- आप जब भी मोबाइल चार्ज करें, उसे आधा ही चार्ज करें. लगातार चार्ज करने से फोन की बैटरी गर्म होती है और उसे बदलनी पड़ती है.
- मोबाइल फोन को ज्यादा समय तक अपने शरीर के आसपास न रखें. जब रखें तो कोशिश करें कि कीपैड आप की बौडी की तरफ हो ताकि रेडिएशन बौडी में न समाए.