गूगल अब सिखाएगा बच्चों को बोलना और पढना
तकनीकी कम्पनी गूगल अक्सर बच्चों के लिए भी कुछ न कुछ नया करता रहता है। इसी क्रम में अब उसने भारत में अपना नया ‘बोलो’ एप लॉन्च किया है। स्कूली बच्चों को प्राथमिक स्तर पर हिंदी और अंग्रेजी भाषा पढ़ने में मदद के मकसद से कंपनी ने यह एप लॉन्च किया है। यह फ्री एप भारत में पहली बार लॉन्च किया गया है। यह एप गूगल की स्पीच रिकॉग्निशन और टेक्स्ट-टू-स्पीच टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है।
इस एप में ‘दीया’ नाम की एक एनीमेटिड कैरेक्टर है, जो बच्चो को तेज आवाज में कहानी पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है। अगर बच्चा किसी शब्द का उच्चारण नहीं कर पाता है, तो दीया उसमें उसकी मदद करती है। इसके अलावा बच्चा अगर सही-सही और पूरी कहानी पढ़ता है, तो यह बच्चे की तारीफ भी करती है। गूगल ने इस एप को ऑनलाइन यूज करने के लिहाज से तैयार किया है, ताकि ग्रामीण इलाके के बच्चों को इस एप को इस्तेमाल करने के लिए इंटरनेट की जरूरत ना पड़े। यूजर को सिर्फ इसे डाउनलोड भर करने की जरूरत है। 50 एमबी का यह एप एक बार डाउनलोड होने के बाद यूजर इससे हिंदी और अंग्रेजी की 10 कहानियां तक एक्सेस कर सकते हैं। इन कहानियों को जोर-जोर से पढ़कर बच्चे अपने पढने के तरीके में इम्प्रूवमेंट ला सकते हैं।
गूगल प्ले स्टोर से करें डाउनलोड
यूजर के लिए बोलो एप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध होगा। एंड्रॉयड 4.4 (किटकैट) और हायर स्मार्टफोन पर इसे डाउनलोड किया जा सकता है। ग्रामीण भारत में पांचवी कक्षा तक के सिर्फ आधे बच्चे ही दूसरी कक्षा तक की किताबों को आत्मविश्वास के साथ भाषा पढ़ पाते हैं। पढ़ने की योग्यता की कमी आगे की शिक्षा को भी प्रभावित करती है। इससे बच्चे का पूरा व्यक्तित्व विकास प्रभावित होता है। आगे चलकर गुणवत्ता वाली पाठ्य सामग्री तक कम पहुंच, स्रोतों और आधारभूत सुविधाओं का अभाव और सीखने की बाधाएं बच्चों के सामने सीखने की चुनौतियां बनकर सामने आती हैं। गूगल ने उत्तर प्रदेश के 200 गांव में ‘बोलो’ एप का परीक्षण भी किया। शुरुआती परिणामों में इसका काफी अच्छा प्रभाव बच्चों पर देखा गया है। तीन ही महीनों के अंदर 64 प्रतिशत बच्चों की पढ़ने की क्षमता में काफी सुधार हुआ। आगे चलकर कम्पनी इसमें अन्य भारतीय भाषाओं को भी शामिल करने की योजना पर भी काम कर रही है। दिलचस्प बात ये है कि इस एप पर लॉग इन करने के लिए यूजर की ईमेल आईडी और लिंग आदि डिटेल नहीं मांगी जाती।